जोधपुर : एम्स में कार्यरत एक महिला डॉक्टर से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है. डेटिंग एप पर आरोपी ने महिला डॉक्टर से दोस्ती कर खुद को डॉक्टर बताया. फिर शादी का झांसा देकर 18 लाख रुपए ठग लिए.
शादी तक पहुंची बात, फिर ठगी : भगत की कोठी थाने के एएसआई एवं जांच अधिकारी प्रहलाद मीणा ने बताया कि एम्स में कार्यरत डॉक्टर ने थाने में रिपोर्ट दी है. इसमें उसने बताया कि डेटिंग एप पर उसकी डॉ. आकाश जोशी से दोस्ती हुई थी. उसने खुद को नीदरलैंड का रहने वाला बताया. 15 अक्टूबर से बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ था. उसने खुद को कार्डियोलोजिस्ट बताया था. ऐसे में एम्स की डॉक्टर को उस पर विश्वास हो गया. दोनों के बीच बात शादी तक पहुंच गई. 22 अक्टूबर को आकाश ने कहा कि वह अभी इस्तांबुल में है. कुछ मेडिकल इक्विपमेंट खरीदने आया है. खरीदने के बाद शिपिंग चार्जेज और होटल बिल के लिए उसे कुछ रुपए की जरूरत है. उसने जल्द वापस लौटाने की बात कही. इसके लिए उसने अरविंद यादव के रायबरेली और इंदौर के दो खातों की डिटेल भेजी. महिला डॉक्टर ने उन खातों में 9890 यूरो यानी करीब 9 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.
पढ़ें. महिला डॉक्टर को 24 घंटे तक किया डिजिटल हाउस अरेस्ट, ठगे 6 लाख रुपए - Digital Arrest Case
वापस देने के नाम पर फिर लगाई चपत : 28 अक्टूबर को आकाश ने व्हाट्एप कॉल कर कहा कि उसने एसबीआई खाते में 30 हजार यूरो ट्रांसफर कर दिए हैं. इस पर महिला डॉक्टर ने सिर्फ अपने दिए गए रुपए ही मांगे. उसके तुंरत बाद उसे एक कॉल आया और आरबीआई के नाम से मेल मिला, जिसमें तीस हजार यूरो भारतीय मुद्रा में परिवर्तित करने की प्रकिय्रा के लिए 9 लाख 35 हजार रुपए मांगे. महिला डॉक्टर ने अपने एक साथी डॉक्टर की मदद से ये रुपए भरे. यह राशि यूनियन बैंक के हाउलियांग थांग व पंजाब एंड सिंध के खाते में ट्रांसफर कर दी, लेकिन उसके बाद भी रूपए नहीं आए. आकाश से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका. जिसके बाद भगत की कोठी थाने में मामला दर्ज करवाया है.