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9 दिसंबर की रात क्या हुआ था? अतुल सुभाष केस में भाई ने बताई चौंकाने वाली बात - ATUL SUBHASH

अतुल सुभाष ने दहेज केस की डिमांड से परेशान होकर जान दे दी. 9 दिसंबर की रात क्या हुआ था, भाई ने बताई पूरी कहानी.

Atul Subhash case
अतुल सुभाष केस (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 12, 2024, 7:12 PM IST

Updated : Dec 12, 2024, 7:28 PM IST

समस्तीपुर: अतुल सुभाष कोर्ट के चक्कर लगाकर थक गया था. पुलिस के सामने रो-रोकर इंसाफ की मांग कर रहा था. जब इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं रही तो आत्महत्या कर ली. मौत से पहले अतुल ने वीडियो बनाया. अपने भाई और दोस्तों को मैसेज भेजा और अपनी पूरी दास्तां बयां की. अपनी आखिरी इच्छा बताई और फिर दिवार पर लिखकर चिपकाया 'इंसाफ अभी बाकी है'. इसके बाद जान दे दी.

पत्नी, सिस्टम, किससे हारा AI इंजीनियर? : एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की बेंगलुरु में अच्छी खासी नौकरी और सैलरी थी. लेकिन पिछले तीन साल में पत्नी से दूरियों ने उसे तोड़कर रख दिया था. बात कोर्ट तक पहुंच गई. दहेज विरोध कानून के तहत मामला दर्ज हुआ. एक के बाद एक 9 मामले अतुष सुभाष पर दर्ज हुए. अतुल सुभाष को कोर्ट में पेशी के लिए बेंगलुरु से यूपी के जौनपुर जाना होता था.

अतुल के पिता और भाई का बयान (ETV Bharat)

कोर्ट के चक्कर काट-काटकर वो परेशान हो गया. माता-पिता और भाई यानी पूरा परिवार दहेज के केस में उलझ कर रह गए. अतुल के परिवार का कहना है कि समझोते के लिए पत्नी ने 3 करोड़ मांगे. अदालत से इंसाफ के बजाय तारीख पर तारीख मिलती रहीं. अतुल सुभाष सिस्टम से इतना परेशान हो गया कि उसने जिंदगी नहीं बल्कि मौत को चुना.

..तो मेरी अस्थियों को गटर में बहा देना : अतुल की आत्महत्या के बाद भाई विकास कुमार ने कई बातें बताई और सिस्टम पर गंभीर उठाए. विकास ने कहा कि, हमें न्याय चाहिए. मेरे भाई ने भी कहा था कि अगर मैं सही हूं, अगर मुझे न्याय मिलता है तो मेरी अस्थियों को गंगा में बहा देना. लेकिन न्याय नहीं मिलता है तो मेरी अस्थियों को कोर्ट के बाहर गटर में बहा देना.

Atul Subhash case
अतुष सुभाष ने लिखा था मुझे इंसाफ चाहिए (ETV Bharat)

आखिर क्या हुआ 9 दिसंबर की रात? : विकास ने आगे बताया कि, मैं दिल्ली में रहता हूं. मेरे पास 9 तारीख को रात के 2 बजे के करीब एक कॉल आया कि तुम्हारी बात अतुल से हुई थी क्या?. क्या आत्महत्या का कोई मैसेज आया था. मुझे लगा कोई प्रैंक कर रहा है. लेकिन कॉल के काटते ही मैंने अपने बड़े भाई का मैसेज देखा. जिस नंबर से मैसेज आया था, उस पर मैंने 10 से 15 कॉल किए. लेकिन कोई जवाब नहीं आया. उसने फोन नहीं उठाया.

अनजान नंबर पर कॉल किया तो.. : उसने बताया कि, सबसे पहले जिस नंबर से कॉल आया था, मैंने उस नंबर पर कॉल लगाया. सामने से एक शख्स ने कॉल उठाया. मैंने उससे कहा कि क्या अतुल के घर आप जा सकते है. या किसी को भेज सकते है. मैं दिल्ली में रहता हूं, मैं तुरंत वहां नहीं जा सकता हूं. लेकिन उसने कहां कि जहां मैं रहता हूं मेरे घर से वो 2 घंटे दूर है, लेकिन मैं किसी पुलिस वाले को भेजता हूं.

Atul Subhash case
अपनी मां के साथ अतुल सुभाष (ETV Bharat)

तब अतुल के दरवाजे पर पुलिस ने दी दस्तक : विकास ने कहा कि, इसके बाद शायद पुलिस वाले वहां गए थे. पुलिस को उसके घर पर अतुल की गांड़ी नहीं मिली. इसके बाद मैंने देखा कि मेरे पास कुछ मेल थे. मेल पर वीडियो और सारी चीजें थी. फिर मैंने फोन करने वाले शख्स को कहा कि आप पुलिसवाले को बोल कर घर का दरवाजा खुलवाओ.

पुलिस ने कहा आप बेंगलुरु आ जाइये : सुबह के 5-6 बज रहे थे. पुलिस ने घर का दरवाजा खोला. फिर उधर से कॉल आया की आप लोग आ जाइये, यहां पर कुछ परेशानी है. मुझे अंदेशा हो गया था. मैंने फ्लाइट की टिकट ली और बेंगलुरु पहुंच गया. इससे पहले मैंने मां-पिताजी से भी अनजान नंबर से आये फोन कॉल की बात बताई थी. लेकिन उन्हें कुछ भी पता नहीं था. बाद में मैंने उनका टिकट बनाकर उन्हें भेजा और वो लोग भी बेंगलुरु पहुंच गए.

Atul Subhash case
परिवार के साथ अतुल सुभाष (ETV Bharat)

जब मैं उसके कमरे में पहुंचा तो मैंने देखा उसने अपने शरीर पर और कमरे में लिखा था 'जस्टिस इज ड्यू यानी मुझे इंसाफ चाहिए'. आज मेरे भाई ने जान दी है और मुझे किसी भी हाल में न्याय चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से मांग करूंगा कि कोई कमेटी गठित कर मामले की जांच करें. मोदी सरकार से भी मैं मामले की जांच की मांग करता हूं.

''वो नहीं चाहता था कि मेरे पैसे पर किसी और का हक हो, और इस तरह से टॉर्चर करने के बाद. तीन करोड़ डिमांड किया गया था. क्या हमारे देश में ऐसा कानून है कि तीन करोड़ देने के बाद भी वो केस ना करें. 4 साल के बच्चे का एल्युमनी हर महीने 40 हजार दिया जा रहा था. किस मायने में यह जायज है. मैं चाहता हूं कि मेरा भाई नहीं रहा तो उस बच्चे राइट मुझे मिले.'' - विकास कुमार, अतुल सुभाष का भाई

हमें न्याय चाहिए- भाई : आखिर में विकास कहते हैं कि, ''हम दो भाई थे. जब तक वो रहा मैं फ्री रहा. मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि वो ऐसा करेगा. अब मुझे अपने माता पिता का ख्याल रखना है, उनका बेटा गया, मेरा भाई चला गया, हमें न्याय मिलना चाहिए.''

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अतुल सुभाष के भाई विकास (ETV Bharat)

पत्नी-सास समेत 4 पर केस दर्ज : अब 11 दिसंबर को बेंगलुरु की मराठाहल्ली पुलिस ने अतुल की पत्नी समेत 4 लोगों के खिलाफ धारा 108 और बीएनएस की धारा 3 (5) के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है. लेकिन सवाल वहीं कि क्या केस दर्ज होने से अतुल वापस आ जाएगा.

अस्थि कलश लेकर पटना पहुंचा परिवार : बुधवार को शाम जब अतुल के मां बाप पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो मीडिया के सवालो का जवाब देते हुए बेहोश होकर गिर पड़ीं. जिसके भी ये तस्वीरें देखी होंगी उसका कलेजा फट गया होगा.

अस्थि कलश लेकर पटना पहुंचा परिवार : बुधवार शाम अतुल सुभाष का परिवार पटना पहुंचे. एयरपोर्ट पर अतुल सुभाष की मां ने सिर्फ इतना कहा कि ''मेरे बच्चा को इंसाफ दिला दो. मेरे बेटे को इतना परेशान किया कि आज मेरे बुढ़ापे का सहारा दुनिया छोड़ कर चला गया.'' और इतना कहते ही वो पटना एयरपोर्ट पर बेहोश होकर गिर पड़ीं. थोड़ी देर के लिए वहां अफरातफरी मच गई, फिर उन्हें बेहोश में लाया गया.

Atul Subhash case
समस्तीपुर में अतुल सुभाष का घर (ETV Bharat)

पिता की आंखों में आंसू.. बस इंसाफ चाहिए : अतुल के पिता पवन मोदी जब पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उनके हाथ में अस्थि कलश था और आंखों में आंसू थे. उन्होंने कहा कि, ''एक दिन पहले रात के 10 बजे तक मुझसे बात हुई, लेकिन मुझे उसने कुछ नहीं बताया. कानून और कोर्ट कचहरी ने उसे तोड़ कर रख दिया था.''

चचेरे भाई ने बजरंग ने खोले कई राज : अतुल सुभाष का परिवार बिहार के समस्तीपु के पूसा वैनी गांव में रहता है. अतुल के आत्महत्या की खबर के बाद से इलाके के लोगों में गुस्सा है. अतुल सुभाष के चचेरे भाई बजरंग प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि ''साल 2019 में अतुल की शादी यूपी के जौनपुर में हुई थी. लेकिन शादी के कुछ एक साल बाद दोनों में मतभेद शुरू हो गया. लड़की के परिवार ने कई केस दर्ज करवा दिए. जिस कारण अतुल परेशान रहता था.''

अतुल सुभाष केस में सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा : इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने भी दहेज कानून पर महिलाओं द्वारा गलत इस्तेमाल पर चिंता जताई. कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा, अदालतों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. कानून का दुरुपयोग कर किसी निर्दोश को न फंसाया जाए. अदालत को परखना चाहिए कि कहीं पति के रिश्तेदार फंसाए तो नहीं जा रहे. बता दें कि अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले हाईकोर्ट, सुप्रीमकोर्ट, एक एनजीओ और जानने वालों को मेल भेज कर पूरी कहानी बताई थी.

NCRB के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में साल 2021 में करीब 1.64 लाख लोगों ने आत्महत्या की. इनमें 81 हजार विवाहित पुरुष थे. इनमें से पारिवारिक समस्याओं के कारण 33% पुरुषों ने आत्महत्या की. जबकि 5% विवाह संबंधी समस्याओं के कारण जान दी.

ये भी पढ़ें : 'मेरे बच्चा को बहुत टॉर्चर किया गया', पटना में अस्थि कलश लेकर पहुंची अतुल सुभाष की मां हुई बेहोश

ये भी पढ़ें : अतुल सुभाष की आत्महत्या पर फूटा गुस्सा, एक्टिविस्ट बोलीं- सिर्फ लड़कियों की होती है सुनवाई

ये भी पढ़ें : अतुल सुभाष की मौत के बाद आयशा की दर्दनाक कहानी की हो रही चर्चा, जानें

समस्तीपुर: अतुल सुभाष कोर्ट के चक्कर लगाकर थक गया था. पुलिस के सामने रो-रोकर इंसाफ की मांग कर रहा था. जब इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं रही तो आत्महत्या कर ली. मौत से पहले अतुल ने वीडियो बनाया. अपने भाई और दोस्तों को मैसेज भेजा और अपनी पूरी दास्तां बयां की. अपनी आखिरी इच्छा बताई और फिर दिवार पर लिखकर चिपकाया 'इंसाफ अभी बाकी है'. इसके बाद जान दे दी.

पत्नी, सिस्टम, किससे हारा AI इंजीनियर? : एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की बेंगलुरु में अच्छी खासी नौकरी और सैलरी थी. लेकिन पिछले तीन साल में पत्नी से दूरियों ने उसे तोड़कर रख दिया था. बात कोर्ट तक पहुंच गई. दहेज विरोध कानून के तहत मामला दर्ज हुआ. एक के बाद एक 9 मामले अतुष सुभाष पर दर्ज हुए. अतुल सुभाष को कोर्ट में पेशी के लिए बेंगलुरु से यूपी के जौनपुर जाना होता था.

अतुल के पिता और भाई का बयान (ETV Bharat)

कोर्ट के चक्कर काट-काटकर वो परेशान हो गया. माता-पिता और भाई यानी पूरा परिवार दहेज के केस में उलझ कर रह गए. अतुल के परिवार का कहना है कि समझोते के लिए पत्नी ने 3 करोड़ मांगे. अदालत से इंसाफ के बजाय तारीख पर तारीख मिलती रहीं. अतुल सुभाष सिस्टम से इतना परेशान हो गया कि उसने जिंदगी नहीं बल्कि मौत को चुना.

..तो मेरी अस्थियों को गटर में बहा देना : अतुल की आत्महत्या के बाद भाई विकास कुमार ने कई बातें बताई और सिस्टम पर गंभीर उठाए. विकास ने कहा कि, हमें न्याय चाहिए. मेरे भाई ने भी कहा था कि अगर मैं सही हूं, अगर मुझे न्याय मिलता है तो मेरी अस्थियों को गंगा में बहा देना. लेकिन न्याय नहीं मिलता है तो मेरी अस्थियों को कोर्ट के बाहर गटर में बहा देना.

Atul Subhash case
अतुष सुभाष ने लिखा था मुझे इंसाफ चाहिए (ETV Bharat)

आखिर क्या हुआ 9 दिसंबर की रात? : विकास ने आगे बताया कि, मैं दिल्ली में रहता हूं. मेरे पास 9 तारीख को रात के 2 बजे के करीब एक कॉल आया कि तुम्हारी बात अतुल से हुई थी क्या?. क्या आत्महत्या का कोई मैसेज आया था. मुझे लगा कोई प्रैंक कर रहा है. लेकिन कॉल के काटते ही मैंने अपने बड़े भाई का मैसेज देखा. जिस नंबर से मैसेज आया था, उस पर मैंने 10 से 15 कॉल किए. लेकिन कोई जवाब नहीं आया. उसने फोन नहीं उठाया.

अनजान नंबर पर कॉल किया तो.. : उसने बताया कि, सबसे पहले जिस नंबर से कॉल आया था, मैंने उस नंबर पर कॉल लगाया. सामने से एक शख्स ने कॉल उठाया. मैंने उससे कहा कि क्या अतुल के घर आप जा सकते है. या किसी को भेज सकते है. मैं दिल्ली में रहता हूं, मैं तुरंत वहां नहीं जा सकता हूं. लेकिन उसने कहां कि जहां मैं रहता हूं मेरे घर से वो 2 घंटे दूर है, लेकिन मैं किसी पुलिस वाले को भेजता हूं.

Atul Subhash case
अपनी मां के साथ अतुल सुभाष (ETV Bharat)

तब अतुल के दरवाजे पर पुलिस ने दी दस्तक : विकास ने कहा कि, इसके बाद शायद पुलिस वाले वहां गए थे. पुलिस को उसके घर पर अतुल की गांड़ी नहीं मिली. इसके बाद मैंने देखा कि मेरे पास कुछ मेल थे. मेल पर वीडियो और सारी चीजें थी. फिर मैंने फोन करने वाले शख्स को कहा कि आप पुलिसवाले को बोल कर घर का दरवाजा खुलवाओ.

पुलिस ने कहा आप बेंगलुरु आ जाइये : सुबह के 5-6 बज रहे थे. पुलिस ने घर का दरवाजा खोला. फिर उधर से कॉल आया की आप लोग आ जाइये, यहां पर कुछ परेशानी है. मुझे अंदेशा हो गया था. मैंने फ्लाइट की टिकट ली और बेंगलुरु पहुंच गया. इससे पहले मैंने मां-पिताजी से भी अनजान नंबर से आये फोन कॉल की बात बताई थी. लेकिन उन्हें कुछ भी पता नहीं था. बाद में मैंने उनका टिकट बनाकर उन्हें भेजा और वो लोग भी बेंगलुरु पहुंच गए.

Atul Subhash case
परिवार के साथ अतुल सुभाष (ETV Bharat)

जब मैं उसके कमरे में पहुंचा तो मैंने देखा उसने अपने शरीर पर और कमरे में लिखा था 'जस्टिस इज ड्यू यानी मुझे इंसाफ चाहिए'. आज मेरे भाई ने जान दी है और मुझे किसी भी हाल में न्याय चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से मांग करूंगा कि कोई कमेटी गठित कर मामले की जांच करें. मोदी सरकार से भी मैं मामले की जांच की मांग करता हूं.

''वो नहीं चाहता था कि मेरे पैसे पर किसी और का हक हो, और इस तरह से टॉर्चर करने के बाद. तीन करोड़ डिमांड किया गया था. क्या हमारे देश में ऐसा कानून है कि तीन करोड़ देने के बाद भी वो केस ना करें. 4 साल के बच्चे का एल्युमनी हर महीने 40 हजार दिया जा रहा था. किस मायने में यह जायज है. मैं चाहता हूं कि मेरा भाई नहीं रहा तो उस बच्चे राइट मुझे मिले.'' - विकास कुमार, अतुल सुभाष का भाई

हमें न्याय चाहिए- भाई : आखिर में विकास कहते हैं कि, ''हम दो भाई थे. जब तक वो रहा मैं फ्री रहा. मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि वो ऐसा करेगा. अब मुझे अपने माता पिता का ख्याल रखना है, उनका बेटा गया, मेरा भाई चला गया, हमें न्याय मिलना चाहिए.''

Atul Subhash case
अतुल सुभाष के भाई विकास (ETV Bharat)

पत्नी-सास समेत 4 पर केस दर्ज : अब 11 दिसंबर को बेंगलुरु की मराठाहल्ली पुलिस ने अतुल की पत्नी समेत 4 लोगों के खिलाफ धारा 108 और बीएनएस की धारा 3 (5) के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है. लेकिन सवाल वहीं कि क्या केस दर्ज होने से अतुल वापस आ जाएगा.

अस्थि कलश लेकर पटना पहुंचा परिवार : बुधवार को शाम जब अतुल के मां बाप पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो मीडिया के सवालो का जवाब देते हुए बेहोश होकर गिर पड़ीं. जिसके भी ये तस्वीरें देखी होंगी उसका कलेजा फट गया होगा.

अस्थि कलश लेकर पटना पहुंचा परिवार : बुधवार शाम अतुल सुभाष का परिवार पटना पहुंचे. एयरपोर्ट पर अतुल सुभाष की मां ने सिर्फ इतना कहा कि ''मेरे बच्चा को इंसाफ दिला दो. मेरे बेटे को इतना परेशान किया कि आज मेरे बुढ़ापे का सहारा दुनिया छोड़ कर चला गया.'' और इतना कहते ही वो पटना एयरपोर्ट पर बेहोश होकर गिर पड़ीं. थोड़ी देर के लिए वहां अफरातफरी मच गई, फिर उन्हें बेहोश में लाया गया.

Atul Subhash case
समस्तीपुर में अतुल सुभाष का घर (ETV Bharat)

पिता की आंखों में आंसू.. बस इंसाफ चाहिए : अतुल के पिता पवन मोदी जब पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उनके हाथ में अस्थि कलश था और आंखों में आंसू थे. उन्होंने कहा कि, ''एक दिन पहले रात के 10 बजे तक मुझसे बात हुई, लेकिन मुझे उसने कुछ नहीं बताया. कानून और कोर्ट कचहरी ने उसे तोड़ कर रख दिया था.''

चचेरे भाई ने बजरंग ने खोले कई राज : अतुल सुभाष का परिवार बिहार के समस्तीपु के पूसा वैनी गांव में रहता है. अतुल के आत्महत्या की खबर के बाद से इलाके के लोगों में गुस्सा है. अतुल सुभाष के चचेरे भाई बजरंग प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि ''साल 2019 में अतुल की शादी यूपी के जौनपुर में हुई थी. लेकिन शादी के कुछ एक साल बाद दोनों में मतभेद शुरू हो गया. लड़की के परिवार ने कई केस दर्ज करवा दिए. जिस कारण अतुल परेशान रहता था.''

अतुल सुभाष केस में सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा : इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने भी दहेज कानून पर महिलाओं द्वारा गलत इस्तेमाल पर चिंता जताई. कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा, अदालतों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. कानून का दुरुपयोग कर किसी निर्दोश को न फंसाया जाए. अदालत को परखना चाहिए कि कहीं पति के रिश्तेदार फंसाए तो नहीं जा रहे. बता दें कि अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले हाईकोर्ट, सुप्रीमकोर्ट, एक एनजीओ और जानने वालों को मेल भेज कर पूरी कहानी बताई थी.

NCRB के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में साल 2021 में करीब 1.64 लाख लोगों ने आत्महत्या की. इनमें 81 हजार विवाहित पुरुष थे. इनमें से पारिवारिक समस्याओं के कारण 33% पुरुषों ने आत्महत्या की. जबकि 5% विवाह संबंधी समस्याओं के कारण जान दी.

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Last Updated : Dec 12, 2024, 7:28 PM IST
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