देहरादूनः भारत सरकार रेशम कपड़ों के उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ ही रेशम का उत्पादन कर रहे काश्तकारों की आय को बढ़ाने पर जोर दे रही है. रेशम उत्पादकों की ओर से तैयार किए गए कपड़ों को बेहतर बाजार मिल सके, इसको लेकर केंद्रीय रेशम बोर्ड देश भर में सिल्क मार्क एक्सपो का आयोजन कर रहा है. इसी क्रम में राजधानी देहरादून में 10 सितंबर से 15 सितंबर तक केंद्रीय रेशम बोर्ड की ओर से सिल्क मार्क एक्सपो- 2024 का आयोजन किया गया है. जिसका मंगलवार को कृषि मंत्री गणेश जोशी ने शुभारंभ किया.
इस मौके पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि, केंद्रीय रेशम बोर्ड और उत्तराखंड रेशम बोर्ड की ओर से 6 दिवसीय सिल्क मार्क एक्सपो का आयोजन किया गया. इस एक्सपो में 9 राज्यों के बुनकरों ने अपने स्टाल लगाए हैं. इन एक्सपो के माध्यम से तमाम किसान जोड़ रहे हैं, साथ ही रेशम का उत्पादन कर अपनी आय को बढ़ा रहे हैं. इस एक्सपो में 4 हजार से 50 हजार रुपए तक की साड़ियां उपलब्ध है. साथ ही कहा कि सिल्क से बने कपड़ों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है.
मंत्री जोशी ने कहा कि, रेशम का उत्पादन करने वाले किसानों की आय को बढ़ाए जाने पर जोर दे रहे हैं. ताकि अधिक से अधिक किसानों को रेशम के उत्पादन से जोड़ा जा सके. साथ ही उनको एक बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध हो. बता दें कि बाजारों में रेशम जैसे दिखने वाले तमाम अन्य नकली फाइबर के कपड़े बचे जा रहे हैं. जिसके चलते रेशम व्यापारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. यही वजह है कि भारत सरकार सिल्क मार्ट एक्सपो के जरिए रेशम कारोबारी को एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के साथ ही लोगों को शुद्ध रेशम के कपड़े मिले, इस पर जोर दे रही है.
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