आगरा : बाह थाना क्षेत्र में स्थित गांव फरेरा से 18 मार्च को पांच वर्षीय मासूम का अपहरण हो गया था. पुलिस की जांच में गांव के ही दो युवकों की भूमिका सामने आई. गिरफ्तारी के बाद युवकों ने अपहरण के पीछे कर्जा चुकाने की बात कही. आरोपियों ने बच्ची के परिजनों से छह लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. फिरौती की रकम नहीं मिलने और नाम उजागर होने की आशंका के चलते आरोपियों ने मासूम की हत्या कर दी थी. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मासूम का शव भी बरामद कर लिया है.
डीसीपी पूर्वी अतुल शर्मा के अनुसार बाह थाना के गांव फेरेरा निवासी हुकुम सिंह ने बताया था कि मेरे बेटे हरेंद्र की पांच वर्षाीय बेटी पल्लवी 18 मार्च को दोपहर करीब तीन बजे अचानक लापता हो गई थी. इस पर उसकी खोजबीन की गई, मगर मासूम कहीं नहीं मिली. इसके बाद पल्लवी की गुमशुदगी दर्ज की गई थी. हुकुम सिंह के अनुसार जिस दिन नातिनी पल्लवी गायब हुई थी. उसी शाम को करीब साढे़ छह बजे मोबाइल पर कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने कहा था कि बच्ची उसके पास है. बच्ची को सकुशल चाहते हो तो छह लाख रुपये तैयार रखो. हम जल्द ही कॉल करेंगे. इस पर पुलिस को सूचना दी. मासूम पल्लवी का अपहरण करके फिरौती का कॉल करने वालों का मोबाइल नंबर पुलिस को दिया. इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की.
डीसीपी पूर्वी अतुल शर्मा के मुताबिक परिजनों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू की गई तो गांव फेररा के एक युवक और उसके दोस्त की भूमिका संदिग्ध मिली. इसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो दोनों ने मासूम के अपहरण करने के बाद हत्या की बात कबूल ली. दोनों ने कर्जा चुकाने के लिए मासूम को अगवा किया था. मासूम दोनों को पहचानती थी. इसलिए फिरौती की रकम मिलने पर दोनों की पहचान उजागर हो जाती. इसीलिए उसी रात को मासूम की हत्या कर दी थी. दोनों आरोपियों की निशानदेही पर गांव के एक सरसों के खेत से मासूम का शव भी बरामद कर लिया है.
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