आगरा : आगरा पुलिस कमिश्नरेट के एत्मादउद्दौला थाने में शनिवार की सुबह 9 बजे पुलिसकर्मियों ने रिश्वत न लेने की शपथ ली. कहा कि जुआरी और सटोरियों से दूरी बनाएंगे. इसके बाद शाम ढलते ही ट्रांस यमुना पुलिस चौकी की पुलिस ने इसे भुला दिया. एक घर में छापेमारी की. पुलिस ने मौके से 6 जुआरिओं को पकड़ लिया. सभी को पुलिस चौकी पर ले जाया गया. इसके बाद चंद मिनट में ही वसूली कर सभी छोड़ दिया. जुए के फड़ से मिली रकम भी रख ली. मामला पुलिस अधिकारियों तक पहुंच गया. डीसीपी सिटी सूरज राय ने जांच कराई. इसके बाद डीसीपी सिटी ने शनिवार देर रात चौकी प्रभारी समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
हुआ यूं कि शनिवार शाम करीब सात बजे ट्रांस यमुना कॉलोनी फेज-1 में अमित के मकान में जुआ की सूचना ट्रांस यमुना पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों को मिली. अमित ने कुछ दिन पहले ही अपना यह मकान बेचा है. मकान में जुआ होने की स्थानीय लोगों को हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. बताया कि जुआ के फड़ पर पांच-सात लाख रुपये मिल जाएंगे. ट्रांस यमुना पुलिस चौकी के सिपाही बाइक से पहुंचे. उन्होंने अपनी बाइक हेरीटेज स्कूल के पास खड़ी और मकान में छापा मारा. जुआ का फड़ लूट लिया. मौके पर मिले 6 से 7 लोगों को पकड़कर पुलिस चौकी पर ले आए.
यूं हुआ शक तो मामला पहुंचा अधिकारियों तक : ट्रांस यमुना पुलिस चौकी से कुछ देर बाद जुआ के फड़ से धरे गए सभी जुआरियों को पुलिस ने जाने दिया. सभी आरोपी चौकी से बाहर आ गए. ये काम पुलिस चौकी के पास ही मुंशी नाम से चर्चित एक व्यक्ति ने कराया. इससे हल्ला मच गया. आरोपियों ने ही अपने परिचितों को बताया कि पुलिस ने फड़ पर मिली रकम रखकर छोड़ने के लिए भी रुपये लिए हैं. कहा कि किसी का त्योहार खराब नहीं करना है. हम जेल जाने से बच गए. नहीं तो जेल जाना पड़ता. इससे क्षेत्र में हल्ला मच गया. मामला पुलिस के अधिकारियों तक पहुंच गया.
गोपनीय जांच कराई गई : डीसीपी सिटी सूरज राय ने इस मामले की गोपनीय जांच एत्मादउद्दौला थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश त्यागी से कराई. इंस्पेक्टर ने अपनी जांच रिपोर्ट में ट्रांस यमुना पुलिस चौकी प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों की भूमिका संग्दिध पाई. इसके बाद डीसीपी सिटी ने बताया कि इस मामले में ट्रांस यमुना पुलिस चौकी प्रभारी योगेश कुमार, एसआई आशीष पुंडीर, सिपाही विशाल राठी और सिपाही कपिल कुमार को सस्पेंड किया गया है. आरोपी चौकी प्रभारी फरार हैं.
तीन दिन में सात पुलिसकर्मी निलंबित : पुलिस ने आगरा में जुआ का फड़ लूटा. पुलिस की जांच भी पुलिसकर्मी आरोपित पाए गए तो उन्हें सस्पेंड किया गया. मगर, पुलिस अधिकारियों ने यहां पर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ लूट का मुकदमा दर्ज नहीं किया है. आगरा पुलिस कमिश्नरेट में तीन दिन से पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है. तीन दिन में सात पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं.
जांच के दौरान बेहोश दारोगा : डीसीपी सिटी ने पूरे मामले की जांच एसीपी छत्ता हेमंत कुमार को दी. रविवार सुबह एत्मादउद्दौला थाना पर जांच के लिए पहुंचे. सिपाही कपिल कुमार और विशाल राठी ने अपने बयान में कहा कि चारों आरोपी पुलिस चौकी पर पकड़कर लाए थे. आगे क्या हुआ. हमें पता नहीं है. इसके साथ ही बयान में एएसआई आशीष पुंढीर ने कहा कि उसे बलि का बकरा बनाया गया है. मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है. इस पर एसीपी हेमंत कुमार ने कहा कि मामले में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. ये सुनते ही दारोगा आशीष पुंढीर गश खाकर गिर गए. बेहोश हो गए. जिस पर उसे तत्काल एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
भ्रष्टाचार का मुकदमा होने पर चौकी इंचार्ज फरार : एसीपी हेमंत कुमार ने बताया कि, अमित जाट की तहरीर पर एत्मादउद्दौला थाना में ट्रांस यमुना चौकी प्रभारी योगेश कुमार के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है. निलंबित चौकी प्रभारी योगेश कुमार फरार हैं. मुकदमे में जुआ और ताश खेलने का जिक्र नहीं है. आरोप है कि दारोगा ने 20 हजार रुपये वसूलकर चौकी से छोड़ा था. इस मामले में जांच की जा रही है. दारोगा आशीष पुंढीर की हालत में सुधार है.
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