आगरा : ताजनगरी के सिकंदरा इलाके की रहने वाली महिला चिकित्सक से साइबर जालसाजों ने सीबीआई अधिकारी बनकर 2 लाख रुपये की ठगी कर ली. जालसाजों ने वीडियो कॉल करके महिला डॉक्टर को डिजिटल हाउस अरेस्ट किया. कमरे से बाहर निकलने पर गिरफ्तारी की धमकी दी. साइबर क्रिमिनल ने करीब 2 घंटे तक महिला डॉक्टर को कैद करके रखा. इसके बाद धमका कर अपने बैंक खाते में दो लाख रुपये जमा करा लिए. इसके बाद वीडियो कॉल को कट कर दिया. महिला चिकित्सक की शिकायत पर सिकंदरा थाना पुलिस और साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
सिकंदरा थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि एक महिला डॉक्टर ने दो लाख रुपये की ठगी की शिकायत दी है. पीड़िता डॉक्टर एक गर्ल्स हॉस्टल में रहती है. महिला डॉक्टर ने बताया कि 26 जुलाई 2024 को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई. कॉल अनजान नंबर से थी. मैंने कॉल रिसीव की तो दूसरी तरफ से युवक ने बोला कि मैं सीबीआई अधिकारी हूं.
कॉल करने वाले ने कहा कि खाते की मनी लॉन्ड्रिंग के केस में जांच की जा रही है. अगर, इसमें सहयोग नहीं किया तो आप को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. आरोपी ने कॉल करके मुझसे मेरा नाम और आधार नंबर भी ले लिया. धमकी दी कि, कॉल काट दिया तो कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही इस बारे में किसी को कुछ भी न बताने की बात कही.
महिला चिकित्सक के अनुसार कॉल करने वाले ने कुछ देर बाद वीडियो कॉल किया. वीडियो कॉल की तो कुछ लोग पुलिस की वर्दी में दिखे. वे किसी पुलिस अधिकारी के कार्यालय में बैठे दिख रहे थे. वीडियो कॉल करके मुझसे कई सवाल पूछे. जब भी मैं कॉल कट करने या उठने का प्रयास करती तो कॉल करने वाले धमका देते. कहते कि तत्काल वारंट जारी कर दिया जाएगा. पुलिस गिरफ्तार करने के लिए पहुंच जाएगी. इसलिए कहीं भी जाओ मत. यहां परी बैठी रहो. हम जैसा कहते हैं, वैसा ही करती चलो.
महिला डॉक्टर ने बताया कि वीडियो कॉल करने वाले ने सीबीआई अधिकारी बनकर मुझसे एक बैंक खाते में 2 लाख रुपये मांगे. मैंने जैसे ही उसके बताए बैंक खाता में ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर किए. उसने कॉल कट कर दिया. बाद में मैंने ये बात परिजन और परिचित से शेयर की तो उन्होंने बताया कि साइबर ठग इस तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.
इसके बाद महिला डॉक्टर ने सिकंदरा थाना पुलिस से संपर्क किया. इस बारे में सिकंदरा थाना के प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि महिला डॉक्टर की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है. इस बारे में साइबर सेल से जांच कराई जा रही है.
ऐसे करें बचाव : ठगों की कॉल आने पर समझदारी से काम लें. बातचीत के दौरान कॉल को वेरिफाई करने की कोशिश करें. अगर कोई ठग सीबीआई, NCB या किसी अन्य जांच एजेंसी से होने का दावा करता है तो नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी पुष्टि करें. जब तक सही जानकारी न मिले तब तक कोई भी सूचना न दें. ठगों की धमकी के बावजूद कॉल को डिस्कनेक्ट करके पुलिस की पूरी जानकारी दें.
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