आगरा : पीएम नरेंद्र मोदी आज शाम को बनारस से ब्रज की जनता को बड़ी सौगात देंगे. इसकी डिमांड आगरा समेत आसपास के जिलों के लोग काफी समय से कर रहे हैं. पर्यटन कारोबारी लंबे समय से इसके इंतजार में हैं. पीएम आगरा के खेरिया एयरपोर्ट के पास 145 एकड़ में बने करीब 575 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित नए सिविल एन्क्लेव का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे.
आगरा के गांव धनौली, बल्हैरा और अभयपुरा की 145 एकड़ भूमि पर नया सिविल एन्क्लेव बनाया जा रहा है. ये एन्क्लेव दो चरणों में बनेगा. यह करीब दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा. पहले चरण में 343 करोड़ रुपये की लागत से एयरपोर्ट के नए सिविल एन्क्लेव का निर्माण और दूसरे चरण में 232 करोड़ रुपये से एयरपोर्ट के विस्तार के साथ टैक्सी ट्रैक बनेगा. नए सिविल एन्क्लेव के बनते ही आगरा से दिल्ली, भोपाल, पुणे, मुम्बई समेत दूसरे शहरों के साथ ही इंटरनेशनल फ्लाइट भी सीधी चलने की पूरी संभावना है.
कार्यक्रम में ये रहेंगे मौजूद : पीएम मोदी के वर्चुअल आगरा के नए सिविल एन्क्लेव के शिलान्यास समारोह में केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, फतेहपुर सीकरी विधायक राजकुमार चाहर, आगरा के सभी नौ भाजपा विधायक के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहेंगे.
सिविल एन्क्लेव से विकास को लगेंगे पंख : फतेहपुर सीकरी के भाजपा सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि आगरा की जनता के लिए यहा खुशी का अवसर है. पीएम योगी आगरा को 20 अक्टूबर को सिविल एन्क्लेव की बड़ी सौगात देंगे.सांसद ने बताया कि पीएम बहुप्रक्षीतिज सिविल एन्क्लेव का शिलान्यास करेंगे. इसके पहले चरण के लिए 343 करोड़ रुपये की रकम रिलीज भी हो गई है. पूरा काम पर 575 करोड़ रुपये खर्च होंगे. आगरा में सिविल एन्क्लेव बनने से यहां पर विकास को पंख लगेंगे. यहां से देशभर में सीधी फ्लाइट मिलेंगी. सिविल एन्क्लेव के आसपास भी विकास कार्य होंगे. यह संसदीय क्षेत्र में बन रहा है. यह एक बड़ी उपलब्धि है.
34346 वर्ग मीटर में बनेगा नया टर्मिनल भवन : खेरिया एयरपोर्ट के निदेशक योगेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने आगरा के नए सिविल एन्क्लेव यानी नए टर्मिनल भवन के निर्माण कार्य का टेंडर दिया है. ये टेंडर केएसएम बशीर मोहम्मद एंड संस को मिला है. नया टर्मिनल भवन 34346 वर्ग मीटर में बनेगा. यहां पर 1400 यात्रियों के लिए हर व्यवस्था रहेगी. यहां पर यात्री बेहतर सुविधा और कनेक्टिविटी मिलेगी. नए टर्मिनल में चार एयरोब्रिज, 32 चेक-इन काउंटर और तीन बैगेज क्लेम बेल्ट होंगे. टर्मिनल में 9 छोटे विमानों के हिसाब से एप्रन क्षेत्र का विस्तार होना है.
वायुसेना परिसर की वजह से अभी हैं तमाम पाबंदी : आगरा के खेरिया एयरपोर्ट का सिविल एन्क्लेव अभी एयरफोर्स परिसर में है. एयरफोर्स परिसर की वजह से अभी सिविल एन्क्लेव से फ्लाइट पकड़ने वालों यात्रियों पर तमाम पाबंदिया रहती हैं. अभी अर्जुन नगर गेट से सिविल एन्क्लेव तक बस से जाना पड़ता है. इसकी वजह से ही सिविल एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं यहां पर विकसित नहीं हो पा रही हैं.
आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जरूरत : दुनिया के आठवें अजूबे ताजमहल का दीदार करने हर साल देश और विदेश से सैलानी आते हैं. भारत भ्रमण के लिए आने वाले अधिकतर पर्यटक आगरा आते हैं. मगर, आगरा से इंटरनेशनल फ्लाइट की व्यवस्था नहीं है. इससे दिल्ली उतरकर वे वहां से सड़के रास्ते या फिर ट्रेन से आगरा आते हैं. इसके साथ ही ताजमहल देखकर उसी दिन दिल्ली लौटते हैं. इसकी वजह से ताजनगरी में टूरिस्टों का नाइट स्टे भी नहीं बढ़ रहा है. आगरा में अभी चार्टर प्लेन जरूर आते हैं. मगर, अब सिविल एन्क्लेव बनने से आगरा से सीधी इंटरनेशनल फ्लाइटें भी जाएंगी. यह आगरा के लिए बेहद जरूरी है.
सिविल एन्क्लेव के पहले चरण में ये होंगे निर्माण कार्य : टर्मिनल में 32 चेक इन काउंटर होंगे. यात्रियों की सुविधा के लिए 12 लिफ्ट लगाए जाएंगे, 6 एस्केलेटर, अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए 2 कन्वेयर बेल्ट भी लगेंगे. टर्मिनल की क्षमता एक बार में करीब 1400 यात्रियों की होगी. 350 कारों की पार्किंग हो सकेगी. 25 कारें वीआईपी के लिए आरक्षित होंगी. 5 बसें पार्किंग में एक बार में आ सकेंगी. 04 एयरोब्रिज के जरिए टर्मिनल आएंगे यात्री. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा. 500 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट होगा.
दूसरे चरण में कराए जाएंगे ये कार्य : दूसरे चरण में कराए जाने वाले विभिन्न कार्यों पर कुल 232 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 92.50 एकड़ जमीन पर विस्तार होगा. 800 मीटर लंबाई में रनवे का विस्तार होगा. दो लिंक टैक्सी रनवे का निर्माण होगा. 365 मीटर लंबा और 88 मी.चौड़ा एप्रन बनेगा. 09 विमानों की पार्किंग की सुविधा होगी. बोइंग 747 और एयरबस 320 खड़े हो सकेंगे. कैट-2 श्रेणी की नाइट लैंडिंग सुविधा होगी.
एक नजर सिविल एन्क्लेव पर : साल 2012 में मायावती सरकार ने सिविल एन्क्लेव का प्रस्ताव तैयार किया था. 2014 में सपा सरकार ने जमीन अधिग्रहण के लिए प्रस्ताव बनाया था. साल 2015 में फिरोजाबाद फिर सैफई में एयरपोर्ट ले जाने की कवायद हुई थी. साल 2016 में सिविल एन्क्लेव के प्रस्ताव पर जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई की गई. साल 2018 में धनौली में जमीन अधिग्रहण के बाद बाउंड्री का निर्माण शुरू हुआ. 2019 में हवाई यातायात बढ़ाने पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी. सन 2022 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सिविल एन्क्लेव की योजना ड्रॉप कर दी थी. जनवरी 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने आगरा में फ्लाइट बढ़ाने की मंजूरी दी.
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