एटा: जिले में पति की मौत के बाद पत्नी ने भी दम तोड़ दिया है. मृतक पति का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था. बताया जा रहा है कि विकास खंड अलीगंज के श्याम नगर गांव के निवासी ओमनारायण की 8 अप्रैल को अचानक तबियत बिगड़ गई थी. बीमार होने के बाद वह दुकान से दवाई लेकर घर वापस आ गया, लेकिन आराम नहीं मिलने पर वह फर्रुखाबाद के एक निजी अस्पताल में अपनी पत्नी मोहिनी और परिजनों के साथ उपचार लेने गया था.
गांव में गम का माहौल
वहीं, दवा लेकर वापस लौटते वक्त ओमनारायण की मौत हो गई. इसके बाद पति की मौत का सदमा पत्नी मोहनी बर्दाश्त न कर सकी और उसने भी दम तोड़ दिया. वहीं, पति और पत्नी की मौत के बाद दोनों की अर्थी एक साथ घर के आंगन में रखी गई हैं. इसके बाद गांव में गम का माहौल है. हर कोई दोनों के प्यार और रिश्ते को लेकर आपस में चर्चा कर रहे हैं.
पति की मौत का सदमा पत्नी बर्दाश्त नहीं कर पाई
बताया जा रहा है की विकास खंड अलीगंज के श्याम नगर गांव के निवासी ओमनारायण की 8 अप्रैल को अचानक तबियत बिगड़ गई थी. बीमार होने के बाद वह चिकित्सक से दवा लेकर घर वापस आ गया, लेकिन आराम नहीं मिलने पर वह फर्रुखाबाद के एक निजी अस्पताल में अपनी पत्नी मोहिनी और परिजनों के साथ उपचार लेने गया था. दवा लेकर वापस लौटते वक्त ओमनारायण की मौत हो गई. इसके बाद पति की मौत का सदमा पत्नी मोहनी बर्दाश्त न कर सकी और घर वापस आते आते समय उसने भी दम तोड़ दिया. वहीं, पति और पत्नी की मौत के बाद गांव में गम का माहौल है और हर कोई दोनों के प्यार और रिश्ते को लेकर आपस में चर्चा कर रहे हैं.
दोनों ने कसम ली थी साथ जीएंगे और साथ ही मरेंगे
वहीं, इसको लेकर गांव के प्रधान महेंद्र सिंह ने बताया की करीब सत्रह वर्ष पूर्व ओमनारायण का विवाह फतेहगढ़ सेंट्रल जेल के पास रहने बाली मोहिनी से हुआ था. दोनों का वैवाहिक जीवन बेहतर गुजर रहा था. मोहिनी के दो बेटे है पवन और अतुल पवन की उम्र पंद्रह वर्ष और अतुल की उम्र बारह वर्ष है. ओमनारायण गांव में ही मिट्टी के वर्तनों को बनाकर उन्हें बाजार में बेचकर परिवार का भरण पोषण करता था. दंपत्ति के परिजनों ने बताया की जब दोनों ने विवाह के दौरान फेरे लिए थे, उसी समय कहा था कि अब साथ जीएंगे और साथ ही मरेंगे. दोनों ने इस वचन को पूरी जिंदगी निभाया और अंतिम यात्रा पर भी एक संग निकल पड़े.
बीच रास्ते में हुई मौत
वहीं, मृतक ओमनारायण के छोटे भाई जसराम ने बताया की वह अपने भाई के साथ फर्रुखाबाद के अस्पताल से दवाई लेकर वापस लौट रहा था, तभी भाई ओमनारायण की बीच रास्ते में मौत हो गई. भाई की मौत के बाद भाभी मोहिनी भी बेसुध होकर गिर गई और उनकी हालात बिगड़ती देख उन्हें भी डॉक्टर के पास ले गए, परंतु चिकित्सक ने मोहिनी भाभी को मृत घोषित कर दिया.
भाभी ने भी दम तोड़ दिया
जसराम ने बताया की भाई की मौत के बाद भाभी भी यही बोलती रही की मुझे भी अपने पति के साथ जाना है, ये कहते कहते भाभी ने भी दम तोड़ दिया. इसके बाद परिवार के लोग मोहिनी के शव को भी गांव ले आए और घर के आंगन में पति और पत्नी के शव जब एकसाथ रखे गए तो, लोग खुद के आंसू नहीं रोक पाए. वहीं, एक संग दो मौत होने से परिवार के लोगों में कोहराम मचा हुआ है. परिवार के लोगों ने बताया कि दोनों का एक संग ही विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.