आगरा: जिले के बरहन थाना के गांव रूपधनू में 60 घंटे के अंदर दो भाइयों की मौत से कोहराम मचा हुआ है. आरोप है कि हाथरस के सादाबाद थाना पुलिस की पिटाई से आहत पहले किसान संजय सिंह (45) ने शनिवार को खुदकुशी कर ली थी. शिकायत पर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो उसके बड़े भाई होमगार्ड प्रमोद सिंह ने सोमवार दोपहर आत्महत्या कर ली. सूचना पर जब बरहन थाना की आंवलखेडा पुलिस पहुंची तो आक्रोशित ग्रामीणों ने चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मियों को खदेड़ दिया. एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि होमगार्ड ने आत्महत्या की है. ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं इस मामले में सादाबाद थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया गया है.
बरहन थाना के गांव रूपधनू निवासी किसान संजय सिंह के साले पर एक युवती को भगा ले जाने का आरोप लगा. इसके बाद पुलिस नौ जून की रात संजय को थाने ले आई. आरोप है कि 11 जून तक सादाबाद थाना में रख उसकी पिटाई की गई. फिर शांतिभंग में चालान करके छोड़ दिया. चेताया कि 22 जून तक युवती घर लौट आनी चाहिए. पुलिस के डर से संजय ने शनिवार को खुदकुशी कर ली. जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस अशोक सिंह कुमार मौके पर पहुंचे. परिजनों का आरोप था कि सादाबाद थाना के दरोगा और सिपाही पर कार्रवाई की जाए. अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस अशोक सिंह ने कहा कि जांच सीओ सादाबाद गोपाल सिंह को दी गई है. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
परिजनों का यह भी आरोप है कि संजयय के बड़े भाई होमगार्ड प्रमोद सिंह चुनाव डयूटी पर 14 अप्रैल को गए थे. 2 जून 2024 को लौट कर आए. संजय को छोड़ने के बाद 11 जून की शाम पुलिस ने प्रमोद और छोटे बेटे प्रवीण को उठा लिया था. हवालात में बंद करके रखा. आरोप है कि दरोगा ने हमसे 1 लाख रुपए की डिमांड की.
संजय की मौत के 48 घंटे बाद भी जब दोषियों के खिलाफ बरहन थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो प्रमोद बेहद आहत हो गए. आखिरकार उन्होंने भी खुदकुशी कर ली. उसी जगह जान दी जहां पर छोटे भाई संजय ने आत्महत्या की थी. इस घटना से गांव में तनाव है.
डीआईजी अलीगढ़ शलभ माथुर ने सादाबाद थानाध्यक्ष मुकेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है. इसके साथ ही किसान भाइयों को प्रताड़ित करने के आरोप में एसआई हरिओम अग्निहोत्री को भी सस्पेंड कर दिया है. एडिशनल एसपी को पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, इस मामले में सादाबाद थाना पुलिस पर लगे प्रताड़ना और धन वसूली के आरोप पर यूपी के पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि, सादाबाद पुलिस के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. इसके साथ ही पीड़ित परिवार को एक-एक करोड़ रूपये की आर्थिक मुआवजा दिया जाए.