सोनीपत: हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले हरियाणा सरकार के सामने एक और मुसीबत पैदा हो गई है. पहले तो सरपंचों की नाराजगी से निपटने की चुनौती थी. लेकिन अब एक पार्षद भी विरोध में उतरने की तैयारी कर चुके हैं. हरियाणा के जिला पार्षद अब सरकार के सामने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोलने वाले हैं. सोनीपत के जिला पार्षद और वाइस चेयरमैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसका ऐलान कर दिया है.
आंदोलन की राह पर पार्षद
हरियाणा सरकार के खिलाफ लगभग सभी वर्गो ने अपनी-अपनी मांगों को लेकर मोर्चे खोल रखे हैं. किसान, सरपंच, छात्र, कर्मचारी और अब जिला पार्षद भी सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर दिखाई दे रहे हैं. जिला पार्षदों ने कई जिलों में इसको लेकर अभियान भी शुरू कर दिया है. शुक्रवार को सोनीपत के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में जिला परिषद की वाइस चेयरमैन कल्पना ने जिला पार्षदों के साथ मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सरकार को जिला पार्षदों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का अल्टीमेटम दिया.
जिला पार्षदों की मांग
जिला पार्षदों ने सरकार को 4 दिन का समय दिया है. उसके बाद जिला पार्षद सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की रणनीति बना रहे हैं. जिला पार्षदों की मांग है कि डीपीसी बनाई जाए, सरपंचों और विधायकों की तरह उनको भी ग्रांट दी जाए और उनका मानदेय भी बढ़ाया जाए.
'सरकार नहीं मान रही मांगें'
जिला पार्षद संजय बदवासनी ने बताया कि सरकार के सामने वो कई बार लिखित में अपनी मांगे रख चुके हैं लेकिन अभी तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं. हम जिला पंचायत की अहम कड़ी हैं लेकिन हमारे पास करने को कुछ नहीं है. हर जिला पार्षद 60 हजार वोटों में से बनता है, लेकिन हम विकास कार्य नहीं करवा पा रहे हैं. इसलिए हमें जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ता है.