गोड्डा: झारखंड की राजनीति में खास तौर पर संथाल परगना की जिस सीट के लिए सबसे अधिक माथापच्ची हो रही है वो सीट है बोरियो विधानसभा सीट. बोरियो सीट के लिए इंडिया ब्लॉक और एनडीए दोनों तरफ उहापोह की स्थिति है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि टिकट की घोषणा होते ही दोनों खेमे में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
लोबिन के बीजेपी में शामिल होने से बदल गया समीकरण
झामुमो के दिग्गज विधायक लोबिन हेंब्रम के भाजपा में शामिल होने के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि जो भाजपा से बोरियो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते थे उनका रूख क्या होगा. राजनीतिक पंडितों का अनुमान है कि ऐसे नेता के पास दो विकल्प हैं. या तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या फिर अन्य दल में शामिल हो जाएंगे. कमोबेश ऐसी ही हालत झामुमो में भी है. क्योंकि झामुमो से भी कई दावेदार दौड़ में शामिल हैं.
सूर्या हांसदा के राजनीतिक भविष्य पर संकट
पत्रकार नागमणि बताते हैं कि लोबिन हेंब्रम भाजपा में टिकट मिलने की शर्त पर गए होंगे. ऐसे में पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता सूर्या हांसदा क्या करेंगे. उन्होंने बताया कि सूर्या के बागी सुर बता रहे हैं कि वे चुनाव तो जरूर लड़ेंगे. उन्होंने बताया कि लोबिन के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने विरोध शुरू कर दिया है.
सूर्या ने वीडियो जारी कर जताया विरोध
वहीं भाजपा नेता सूर्या हांसदा ने वीडियो जारी कर कहा है कि लोबिन 30 साल से विधायक रहे हैं और मंत्री भी रहे हैं, लेकिन उन्होंने क्षेत्र के लिए किया ही क्या है. साथ लोबिन लगातार अपनी ही पार्टी की नीति पर सवाल खड़े करते रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि भाजपा में शामिल होने के बाद लोबिन को संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठ दिख रहा है. उन्होंने जारी वीडियो में लोबिन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
बोरियो विधानसभा से ताला मरांडी भी रेस में
वहीं बोरियो सीट से दूसरे दावेदार पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहे ताला मरांडी हैं. विदित हो कि ताला ने पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट कटने पर आजसू की टिकट बोरियो से भाग्य आजमाया था. वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा में वापसी की. ताला को भाजपा ने राजमहल सीट से टिकट दिया था, लेकिन ताला बड़े अंतर से डेढ़ लाख से भी ज्यादा मतों से झामुमो के विजय हांसदा से हार गए थे.
ऐसे में देखने वाली बात होगी की क्या भाजपा उन्हें बोरियो से फिर आजमाएगी. इस संबंध में पत्रकार नागमणि बताते हैं कि लोबिन के भाजपा में शामिल होने के बाद इसकी संभावना कम ही लगती है कि ताला मरांडी को बोरियो सीट से भाजपा उम्मीदवार बनाएगी.
अनीता, प्रबोध और सलखान के नाम की भी चर्चा
इसके आलावा बोरियो विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट के लिए और कई नामों की चर्चा है. जिनमें प्रदेश मंत्री पेशे से अधिवक्ता अनीता सोरेन के आलावा गोड्डा जिला एसटी मोर्चा अध्यक्ष प्रबोध सोरेन और साहिबगंज जिला एसटी मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष सलखान सोरेन को रेस में माना जा रहा है.
झामुमो के हेमलाल मुर्मू मजबूत दावेदार
वहीं बोरियो सीट के लिए झामुमो से जिस नाम की सबसे अधिक चर्चा है वो है पुराने दिग्गज हेमलाल मुर्मू का. हेमलाल लगातार क्षेत्र में सक्रिय भी हैं. हालांकि वे लगभग 10 साल भाजपा में भी रहे हैं. उन्होंने भाजपा की टिकट पर पांच बार चुनाव लड़ा था, लेकिन एक बार भी जीत का स्वाद नहीं चख पाए. इससे पूर्व झामुमो से कई दफा बरहेट से विधायक रहे और राजमहल से सांसद भी रहे हैं.
फिर से हेमलाल के झामुमो में वापसी के बाद उम्मीद है कि पार्टी उन्हें बोरियो से उम्मीदवार बनाएगी. वहीं अगर हेमलाल बोरियो में फिट नहीं बैठते हैं तो झामुमो केंद्रीय कमेटी सदस्य और बांझी के मुखिया और जिला परिषद सदस्य स्टीफन मुर्मू को भी टिकट की दौड़ में माना जा रहा है.
बोरियो में भाजपा और झामुमो के बीच सीधा मुकाबला
इस पूरे मामले पर पत्रकार नागमणि बताते हैं कि बोरियो में सीधा मुकाबला झामुमो और भाजपा के बीच होगा. ऐसे में टिकट की घोषणा के बाद भगदड़ दोनों तरफ मचने की संभावना है. चर्चा यह भी है कि हेमंत सोरेन भी इस बार बरहेट के बाद दूसरी सीट बोरियो को बना लें तो कोई आश्चर्य नहीं होगा. क्योंकि संभावना है कि हेमंत दुमका सीट को बसंत सोरेन के लिए छोड़ देंगे.
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