पटना: बाहुबली नेता आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद ने राजद से अलग होते ही उसपर गंभीर आरोप लगाया है. लवली आनंद ने पार्टी छोड़ने और जेडीयू ज्वाइन करने का कारण बताते हुए कहा कि राजद ए टू जेड की पार्टी नहीं है. वह किराए की मकान की तरह था, जहां हर कोशिश करने के बावजूद भी उन्हें मान-सम्मान नहीं मिल रहा था.
'सारी जिम्मेदारी निभाई फिर भी किया पराया': लवली आनंद ने कहा कि हम लोग पार्टी नहीं छोड़ते, जब तक पार्टी में रहे पूरी ईमानदारी के साथ जो भी जिम्मेदारी दी गई उसे पूरा करते रहे. अपना क्षेत्र छोड़कर, जहां-जहां पार्टी ने जिम्मेदारी दी पैदल चलकर भी चुनाव प्रचार किया. इसके बावजूद हमें सिर्फ चुनाव के समय याद किया जाता था. हालांकि ये सब तो फिर भी माफ कर दिया था.
ठाकुर का कुआं विवाद की वजह से छोड़ी पार्टी: पूर्व सांसद ने तेजस्वी यादव पर भड़कते हुए कहा कि राजद ए टू जेड की पार्टी बिलकुल नहीं है, क्योंकि पार्टी में होने के बावजूद समाज विशेष को ठाकुर का कुआं कह कर गाली दिलाई, और फिर उसपर एक्शन लेने के जगह उन्हें (मनोज झा) बचाने का काम किया गया, उनका समर्थन किया गया. जिसके बाद सभी ने उसी वक्त पार्टी छोड़ने का निर्णय ले लिया.
"समाज विशेष को ठाकुर का कुआं कह कर गाली दिलाइएगा और एकजुट होकर उन्हें बचाईएगा. यह नहीं कहिएगा की ए टू जेड की पार्टी है, किसी को आहत मत कीजिए. ऐसी स्थिति में वहां रहना हमारे लिए संभव नहीं था उसी समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जो वक्तव्य आया और हम लोगों ने तय किया कि जदयू में ही जाना है. जहां सब को सम्मान है ए टू जेड की जहां रियल में बात की जा रही है"- लवली आनंद, पूर्व सांसद
'जेडीयू हमारा पुराना और अपना घर है- लवली आनंद': लवली आनंद ने कहा कि राजद किराए का घर था, और यह हमारा पुराना घर है. उन्हें अपना समझने के बावजूद भी वे लोग अपना समझने को तैयारी नहीं थे. कहा कि समता पार्टी की मैं फाउंडर मेंबर भी रही हूं. जहां मान-सम्मान मिले, समाज को गाली ना दी जाए, वहीं रहना चाहिए.
शिवहर सीट पर उम्मीदवारी को लेकर क्या कहा?: शिवहर सीट जेडीयू के खाते में आने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं, कि लवली आनंद को जेडीयू वहां से टिकट दे सकती है. ऐसे में शिवहर से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी फैसला करेगी वह उसके साथ रहेंगी. अभी उनका एकमात्र उद्देश्य एनडीए की झोली में लोकसभा की सभी 40 सीटों को देना है. एक-एक सीट को जीतने में वे लोग अपनी पूरी ताकत लगाएंगे. उन्होंने कहा कि वह अकेले जदयू में नहीं आई हैं, पूरा आनंद परिवार और राजद के जिला अध्यक्ष के साथ मजबूती से आई हैं.
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