टोंक : जिले में इस मानसून में अब तक 656 एमएम बरसात दर्ज की जा चुकी है, जो कि औसतन 106 प्रतिशत है. जिले में पिछले 48 घंटो में हुई बरसात के बाद मालपुरा, उनियारा और निवाई के साथ पीपलू क्षेत्र के प्रमुख बांधों टोरडी सागर, गलवा बांध और माशी बांध के साथ टोंक के चंदलाई बांध पर खुशियों की चादर चल रही है. जिले में अब तक जल संसाधन विभाग के अधीन 30 में से 21 बांधों पर चादर चल रही है. बांधों में उनकी भराव क्षमता का 95 प्रतिशत पानी आ चुका है.
राजधानी जयपुर, अजमेर और टोंक की प्यास बुझाने वाले बीसलपुर बांध में भी पिछले 36 घंटो में 1 मीटर से ज्यादा पानी की आवक हुई है. बांध का जलस्तर 311.35 आरएल मीटर हो चुका है. जिलें में तेज बरसात के बाद कई छोटे बड़े तालाबों और एनीकट छलक पड़े. चंदलाई बांध में भी सिचाई विभाग ने कट्टे डालकर मिट्टी का कटाव रोका है. वहीं, टोरडी सागर बांध से पानी की निकासी के चलते जान जोखिम में डालकर रोडवेज बस पानी पार करते समय पानी में बह गई. रेस्क्यू के दौरान बस का ड्राइवर भी पानी मे बह गया.
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जिले में 30 में से 21 बांध हुए लबालब : टोंक जिले के लिए यह मानसून सालों बाद खुशियां लेकर आया है. अभी सावन का आधा महीना ही पूरा हुआ है कि जिले के 30 में से 21 बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं. जिले में बनास नदी से लेकर, मासी और सहोदरा नदियां उफान पर हैं. जिले के बीसलपुर बांध के बाद सबसे बड़े प्रमुख बांध टोरडी सागर बांध में 28 सालों बाद चादर चली है. उनियारा के गलवा, टोंक के चंदलाई बांधों के साथ ही मोती सागर, दूनी सागर और लगभग 21 बांधों पर बरसात के बाद सुखद तस्वीरें देखने को मिल रही हैं.
स्कूलों में अवकाश घोषित : जिले में भारी बारिश एवं बाढ़ की संभावना को ध्यान में रखते हुए जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने मंगलवार को 6 अगस्त को समस्त राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया है. जिला कलेक्टर ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक एवं अन्य स्टाफ विभागीय समय अनुसार उपस्थित रहेंगे. पिछले दो दिनों से टोंक की स्कूलों में छात्र-छात्राओं के लिए अवकाश घोषित किया हुआ है.