रांची: बिहार के समाजवादी नेता और अपने आचार विचार, ईमानदारी, सज्जनता की बदौलत आम लोगों के जननायक बने पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने के केंद्र सरकार के फैसले की चौतरफा सराहना हो रही है. कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती से ठीक एक दिन पहले मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला लिया है.
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आज हिनू चौक में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जयंती पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 24, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इस अवसर पर हटिया विधायक श्री नवीन जायसवाल एवं पार्टी के सम्मानित कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।@BJP4India @narendramodi @JPNadda @AmitShah @blsanthosh pic.twitter.com/QNOOXboPFN
">आज हिनू चौक में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जयंती पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
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इस अवसर पर हटिया विधायक श्री नवीन जायसवाल एवं पार्टी के सम्मानित कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।@BJP4India @narendramodi @JPNadda @AmitShah @blsanthosh pic.twitter.com/QNOOXboPFNआज हिनू चौक में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जयंती पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
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इस अवसर पर हटिया विधायक श्री नवीन जायसवाल एवं पार्टी के सम्मानित कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।@BJP4India @narendramodi @JPNadda @AmitShah @blsanthosh pic.twitter.com/QNOOXboPFN
उनकी 100वीं जन्मशताब्दी की खुशी में रांची के हीनू चौक पर अखिल भारतीय नाई संघ ट्रेड यूनियन ने कार्यक्रम आयोजित कर केंद्र सरकार के प्रति आभार प्रकट किया. इस मौके पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधायक सीपी सिंह, विधायक नवीन जायसवाल, राज्यसभा सांसद खीरु महतो समेत समाज के प्रबुद्धजनों ने कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
यूनियन की ओर से बिरसा मुंडा चौक से हीनू चौक तक शोभायात्रा निकाली गई. संघ के जिला महामंत्री मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन दिल्ली से आए इस शुभ समाचार से समाज के लोग बेहद खुश और उत्साहित हैं. जननायक देश के इस सर्वोच्च सम्मान के हकदार थे. यह मांग लंबे समय से की जा रही थी. लेकिन मोदी सरकार ने उनकी मांग पूरी की. इस दौरान संघ ने नेताओं को गुलदस्ता देकर आभार जताया.
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केंद्र सरकार द्वारा कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने के निर्णय से अत्यंत प्रसन्नता हुई।
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सादा जीवन, उच्च विचार को आत्मसात करने वाले कर्पूरी ठाकुर जी का सम्पूर्ण जीवन जनसेवा के प्रति समर्पित रहा। सार्वजनिक तथा सामाजिक रूप से सेवा कार्य में जुटे लोगों के लिए कर्पूरी… pic.twitter.com/LM0aQgMMHi
">केंद्र सरकार द्वारा कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने के निर्णय से अत्यंत प्रसन्नता हुई।
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सादा जीवन, उच्च विचार को आत्मसात करने वाले कर्पूरी ठाकुर जी का सम्पूर्ण जीवन जनसेवा के प्रति समर्पित रहा। सार्वजनिक तथा सामाजिक रूप से सेवा कार्य में जुटे लोगों के लिए कर्पूरी… pic.twitter.com/LM0aQgMMHiकेंद्र सरकार द्वारा कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने के निर्णय से अत्यंत प्रसन्नता हुई।
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सादा जीवन, उच्च विचार को आत्मसात करने वाले कर्पूरी ठाकुर जी का सम्पूर्ण जीवन जनसेवा के प्रति समर्पित रहा। सार्वजनिक तथा सामाजिक रूप से सेवा कार्य में जुटे लोगों के लिए कर्पूरी… pic.twitter.com/LM0aQgMMHi
जननायक कर्पूरी ठाकुर का जन्म बिहार के समस्तीपुर में हुआ था. वह 1970 से 1979 के बीच दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे. 1952 में पहली बार विधायक चुने जाने के बाद से वह आजीवन किसी न किसी सदन में सदस्य रहे. उनकी पहचान एक सच्चे समाजवादी के रुप में होती थी. उनके पास ना गाड़ी थी ना घर. परिवारवाद के कट्टर विरोधी रहे कर्पूरी ठाकुर ने अपने पूरे जीवनकाल में परिवार के किसी भी सदस्य को राजनीति में नहीं आने दिया. मंडल कमीशन लागू होने से पहले कर्पूरी ठाकुर बिहार की राजनीति में उस मुकाम तक पहुंचे जहां उनकी पृष्ठभूमि से आने वालों के लिए पहुंच पाना असंभव से कम नहीं था. उन्होंने पिछड़ों को जगाया. उनके हक की आवाज उठायी.
कार्यक्रम में संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय ठाकुर, जिला कार्यकारी अध्यक्ष अवधेश ठाकुर, जिला निगरानी अध्यक्ष अनुज कुमार ठाकुर, जिला सचिव दिलीप ठाकुर, संरक्षक त्रिवेणी ठाकुर समेत बड़ी संख्या में सदस्य और कार्यकर्ता मौजूद थे.
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