गौरेला पेंड्रा मरवाही: पुलिस विभाग में प्रधान आरक्षक पिता की ड्यूटी के दौरान अचानक मौत के बाद उनके बेटे को बाल आरक्षक के पद पर नियुक्त किया गया. गुरुवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अधिकारियों ने बच्चे को बाल आरक्षक के पद की नियुक्ति पत्र देकर पदभार सौंपा.
ऑन ड्यूटी हुई थी प्रधान आरक्षक मौत: प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ देवचरण मरावी पूर्व में जीपीएम जिला में पदस्थ थे. पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज के आदेश पर ट्रांसफर के बाद बिलासपुर में ही ड्यूटी दे रहे थे. बिलासपुर में ड्यूटी के दौरान 20 अक्टूबर 2023 को प्रधान आरक्षक देवचरण मरावी का आकस्मिक निधन हो गया था.
एसपी ने सौंपा नियुक्ति पत्र: पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज के आदेश पर गुरुवार को जीपीएम जिले की पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने आश्विक मरावी को बाल आरक्षक के पद पर नियुक्ति दी. पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने कहा कि, "आश्विक से कहा है कि अच्छे से पढ़ाई करें और उसके लिए काफी संभावनाएं हैं. पूरा पुलिस परिवार आपके साथ खड़ा है."
आश्विक को नियुक्ति पत्र देते समय उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय निकिता तिवारी, थाना प्रभारी गौरेला सौरभ सिंह और कार्यालीन स्टाफ मौजूद थे.सभी ने आश्विक की हौसला अफजाई की. साथ ही उसे आगे पढ़ने की हिदायत दी. बता दें कि ये कोई नया मामला नहीं है, जब किसी बच्चे को पुलिस विभाग में नौकरी मिली है. इससे पहले दुर्ग में एक 7 साल की बच्ची को पुलिस की नौकरी मिली थी.