कुचामन सिटी : जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. कुचामन सिटी के सरकारी अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ और उनकी टीम के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. शिकायत में डॉक्टर पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान मरीज के पेट में एक कपड़ा (मेडिकल गॉज) छोड़ दिया था. इसके कारण मरीज की हालत गंभीर हो गई और उसे गंभीर शारीरिक जटिलताओं का सामना करना पड़ा.
थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद मीणा ने बताया कि पवन कुमार पीड़ित महिला के मरीज के पति ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी को 1 जुलाई 2024 को प्रसव पीड़ा के कारण कुचामन सिटी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसी दिन सुबह सिजेरियन ऑपरेशन के माध्यम से बच्चे का जन्म हुआ. ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा और मां दोनों स्वस्थ हैं, लेकिन ऑपरेशन के बाद पीड़िता को पेट में दर्द होने लगा, जिसे डॉक्टरों ने प्रसव के बाद होने वाला सामान्य दर्द बताया और 10 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी दे दी.
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छुट्टी के बाद भी पेट में दर्द जारी रहा और कई विशेषज्ञों से परामर्श लेने के बावजूद कोई समाधान नहीं मिला. इसके बाद एम्स जोधपुर में सर्जरी के दौरान यह खुलासा हुआ कि सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान एक बड़ा कपड़ा महिला के पेट में छोड़ दिया गया था. यह कपड़ा तीन महीने तक पेट में पड़ा रहा, जिससे आंतों में गंभीर क्षति हुई और मरीज की जान को खतरा हो गया.
तीन सदस्य कमेटी का गठन : पीड़िता के पति की शिकायत पर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहनलाल ने तीन सदस्य कमेटी का गठन किया है, जो पूरे मामले की जांच करेगी. कमेटी में डॉ. राजवीर सिंह, डॉ. संदीप और डॉ. गोपाल ढाका शामिल हैं. कमेटी को तीन दिन में परिवादी एवं चिकित्सकीय टीम को सुनते हुए रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है.