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3 दशकों का इंतजार हुआ खत्म, सरकाघाट के सबसे ऊंचे गांव कास में पहुंची बस - मंडी में गांव कास में पहुंची बस

HRTC Bus reached Kas Village: आखिरकार मंडी जिले के कास गांव के लोगों का 3 दशकों का इंतजार खत्म हो गया. लंबे संघर्ष के बाद आज सरकाघाट के सबसे ऊंचे गांव कास में बस पहुंची. बस में एसडीएम, लोनिवि अधिकारी और एचआरटीसी क्षेत्रीय प्रबंधक सवार होकर गांव पहुंचे.

HRTC Bus reached Kas Village
सरकाघाट के सबसे ऊंचे गांव कास में पहुंची बस
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jan 27, 2024, 8:32 PM IST

मंडी: हिमाचल के मंडी जिले में सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के गैहरा पंचायत के गांव में तीन दशकों बाद बस पहुंची. तीन दशक के लंबे संघर्ष के बाद गांव में पहली बार बस पहुंची है. इस बस में सवार होकर एसडीएम सरकाघाट स्वाति डोगरा, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता चुनी लाल शर्मा, एचआरटीसी सरकाघाट के क्षेत्रीय प्रबंधक मेहर चंद और डीएसपी सरकाघाट कास गांव पहुंचे.

वहीं, गांव में बस को देखकर सभी ग्रामीण गदगद हो गए. इन अधिकारियों द्वारा पक्की सड़क बनने के बाद बस ठीक से गांव पहुंचती है या नहीं इसका सफल ट्रायल शनिवार को किया गया. बता दें कि कास गांव सरकाघाट विधानसभा में सबसे ऊंचा और विकट भौगोलिक परिस्थितियों वाला गांव है. कास के वाशिंदों का गांव में बस पहुंचते देखने का सपना आजादी के 77 साल बाद शनिवार को पूरा हो सका.

ग्रामीणों का कहना है कि गांव तक बस योग्य सड़क पहुंचाने के लिए 1993 में मुहिम शुरू की थी. मगर रास्ते में कोई न कोई बाधा पैदा होती रही, जिससे उनका गांव आज तक बस सुविधा से महरूम रहा. पिछली भाजपा सरकार में वर्ष 2019-20 में गांव की इस सड़क को विधायक प्राथमिकता में डाला गया और फिर गांव तक सड़क पहुंचाने कार्य शुरू किया गया. सड़क को पक्का करने के लिए नाबार्ड के तहत साढ़े 4 करोड़ का खर्चा किया गया.

लोगों ने इसके सुविधा के सरकार का आभार व्यक्त करते हुए, उम्मीद जताई कि जल्दी ही यहां के लिए नियमित बस सेवा शुरू होगी. वहीं, एचआरटीसी अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल सफल हुआ है और अब एचआरटीसी अपने हिसाब से रूट बनाकर गांव कास तक बस भेजेगा.

ये भी पढ़ें: HRTC का वीडियो बनाओ प्रतियोगिता, दूसरे स्थान पर लाहौल का बारालाचा दर्रा, डिप्टी सीएम ने शेयर किया वीडियो

मंडी: हिमाचल के मंडी जिले में सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के गैहरा पंचायत के गांव में तीन दशकों बाद बस पहुंची. तीन दशक के लंबे संघर्ष के बाद गांव में पहली बार बस पहुंची है. इस बस में सवार होकर एसडीएम सरकाघाट स्वाति डोगरा, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता चुनी लाल शर्मा, एचआरटीसी सरकाघाट के क्षेत्रीय प्रबंधक मेहर चंद और डीएसपी सरकाघाट कास गांव पहुंचे.

वहीं, गांव में बस को देखकर सभी ग्रामीण गदगद हो गए. इन अधिकारियों द्वारा पक्की सड़क बनने के बाद बस ठीक से गांव पहुंचती है या नहीं इसका सफल ट्रायल शनिवार को किया गया. बता दें कि कास गांव सरकाघाट विधानसभा में सबसे ऊंचा और विकट भौगोलिक परिस्थितियों वाला गांव है. कास के वाशिंदों का गांव में बस पहुंचते देखने का सपना आजादी के 77 साल बाद शनिवार को पूरा हो सका.

ग्रामीणों का कहना है कि गांव तक बस योग्य सड़क पहुंचाने के लिए 1993 में मुहिम शुरू की थी. मगर रास्ते में कोई न कोई बाधा पैदा होती रही, जिससे उनका गांव आज तक बस सुविधा से महरूम रहा. पिछली भाजपा सरकार में वर्ष 2019-20 में गांव की इस सड़क को विधायक प्राथमिकता में डाला गया और फिर गांव तक सड़क पहुंचाने कार्य शुरू किया गया. सड़क को पक्का करने के लिए नाबार्ड के तहत साढ़े 4 करोड़ का खर्चा किया गया.

लोगों ने इसके सुविधा के सरकार का आभार व्यक्त करते हुए, उम्मीद जताई कि जल्दी ही यहां के लिए नियमित बस सेवा शुरू होगी. वहीं, एचआरटीसी अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल सफल हुआ है और अब एचआरटीसी अपने हिसाब से रूट बनाकर गांव कास तक बस भेजेगा.

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