वाराणसी: एक न्यायिक अधिकारी पर बनारस बार एसोसिएशन अध्यक्ष व अन्य के साथ अपमानजनक व्यवहार और अन्य पीठासीन अधिकारियो द्वारा हाईकोर्ट के एक रूलिंग का अनुपालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव बनारस व सेंट्रल बार एसोसिएशन ने पारित किया है.
बनारस बार में अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव व विवेकशंकर तिवारी समेत अन्य कि तरफ से लाये गए प्रस्ताव पर बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता सेंट्रल बार अध्यक्ष मुरलीधर सिंह ने की और संचालन महामंत्री कमलेश सिंह यादव ने किया.वहीं सेंट्रल बार के महामंत्री सुरेन्द्रनाथ पाण्डेय ने बताया कि प्रस्ताव पर चर्चा के बाद शनिवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया गया है. तय हुआ है कि अधिवक्ता शनिवार को न्यायिक कार्य से पूरी तरह से विरत रहेंगे. इस संबंध में अधिवक्ताओं को जानकारी दे दी गई है.
धोखाधड़ी व कूटरचना मामले में थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज करने का आदेश
वहीं, जमीन की धोखाधड़ी व कूटरचना के मामले में अदालत ने शिवपुर थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया है.अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सप्तम) वर्तिका शुभानन्द की अदालत यह आदेश वादिनी मंजू देवी के प्रार्थनापत्र पर सुनवाई के बाद दिया है. इस संबंध में वादिनी मंजू देवी ने अपने अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार व जैलेन्द्र कुमार राय के माध्यम से कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया गया था.