जयपुर. गोपालन विभाग ने पारा चढ़ने के साथ गर्मी की आशंका को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. विभाग ने पशुओं के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था करने के दिए निर्देश हैं. इसके अलावा गौशालाओं में गौवंश को गर्मी और लू से बचाने के लिए गोपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. विशेष रूप से स्वच्छ जल और पर्याप्त मात्रा में चारे की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं. गौरतलब है कि प्रदेश में संचालित गौशालाओं में संधारित गौवंश के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार ने विभिन्न योजनाएं चलाई हैं. सरकार की ओर से इन योजनाओं के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है.
इन गौशालाओं का संचालन स्वयंसेवी संस्थाओं के अलावा दानदाताओं, भामाशाहों और जन सहयोग से किया जाता है. ऐसे में गौशालाओं के उचित रख रखाव और गौवंशों की देखभाल के लिए गोपालन विभाग पर एडवाइजरी जारी की जाती है.
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गौशालाओं के लिए विशेष गाइडलाइन : गोपालन निदेशक डॉक्टर शालिनी शर्मा ने बताया कि बदलते हुए मौसम में हर बार गौशालाओं को इस तरह के दिशा निर्देश जारी किए जाते हैं. गौवंश को ताप और लू से बचाने के लिए छाया की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश गौशालाओं को जारी किए गए हैं. अभी गर्मी के मौसम में बढ़ते हुए तापमान और संभावित लू के प्रकोप से गौवंश को बचाने के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की जरूरत होती है, जिसमें गौवंश के लिए पर्याप्त पीने का पानी, चारा, भूसा और अन्य पशु आहार शामिल हैं. साथ बीमार, अशक्त गर्भवती गौवंश की उचित देखभाल के लिए चिकित्सकीय इलाज की व्यवस्था के भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि मृत गौवंश के शव का निस्तारण यथाशीघ्र सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से किया जाना जरूरी है. जिससे गर्मी के कारण बीमारी का खतरा न हो, इसके लिए भी गौशालाओं को लिखा गया है.