कुल्लू: पर्यटन नगरी के नाम से मशहूर कुल्लू-मनाली में अब आज (15 जुलाई) से दो माह के लिए साहसिक गतिविधियों के लिए भी जानी जाती है. यहां सैलानी प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के साथ साथ साहसिक गतिविधियों जैसे, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइंडिंग का भी आनंद लेते हैं, लेकिन अब यहां ये सभी गतिविधियां बंद हो जाएगी. अगस्त माह में राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग यहां पर फिर से शुरू होगी. ऐसे में दो माह तक सैलानियों अब साहसिक गतिविधियों का मजा नहीं उठा पाएंगे.
बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने इस बारे में ये निर्देश जारी किए हैं, ताकि बरसात के मौसम में सैलानियों के जीवन से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ ना हो. इस बारे में जिला कुल्लू में पर्यटन विभाग की ओर से अधिसूचना जारी की गई है और साहसिक पर्यटन कारोबार से जुड़े सभी कारोबारियों को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है. गौर रहे कि 15 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक व्यास नदी भी उफान पर रहती है और तेज हवाओं के चलते पैराग्लाइडर पायलटों के भी दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है. ऐसे में हर साल की तरह इस साल भी 15 जुलाई से 15 अगस्त तक साहसिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है.
सभी कारोबारियों को नियमों का पालन करने की हिदायत
वहीं, अगर इस दौरान कोई भी व्यक्ति प्रतिबंधित गतिविधियां जैसे, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग करता हुआ पकड़ा जाता है तो उस पर विभाग के द्वारा कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाती है. जिला कुल्लू पर्यटन विकास अधिकारी सुनैना शर्मा ने बताया कि 15 जुलाई से साहसिक गतिविधियों पर रोक लग जाएगी और 15 अगस्त के बाद इन गतिविधियों को खोल दिया जाएगा. ऐसे में सभी कारोबारी प्रशासन के द्वारा जारी इन नियमों का पालन करें.
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