रायपुर : प्रदेश की राजधानी रायपुर सहित दूसरे निकायों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कलेक्टर को बतौर प्रशासक नियुक्त किया गया है. ऐसे में आम जनता अब सीधे कलेक्टर से मिल सकते हैं. इसके साथ ही पार्षद से मिलने की बजाय अब लोगों को अपनी समस्याओं के लिए जोन ऑफिस जाना होगा, जिसमें शहर की आम जनता बिजली, पानी, स्वास्थ्य और दूसरी समस्याओं को कलेक्टर को बता सकते हैं. साथ ही कॉल सेंटर के माध्यम से लोग अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं.
रायपुर कलेक्टर से समक्ष रख सकेंगे शिकायतें : रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने बताया कि नगर निगम के कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रशासक के तौर पर उनको नियुक्त किया गया है. आम जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सभी जोन कमिश्नर को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि सोमवार और गुरुवार को पूरे दिन जोन कार्यालय में बैठकर आम जनता की शिकायतों को सुने. हर अधिकारी कर्मचारी आम जनता की शिकायत सुन रहे हैं.
मैं भी हमेशा उपलब्ध हूं. जिसे भी कोई परेशानी है, वह मुझसे मिल सकता है. जब तक मैं प्रशासक के तौर पर हूं. जब तक चुनी हुई बॉडी नहीं आती है, तब तक कोई भी व्यक्ति कॉल सेंटर के माध्यम से शिकायत दर्ज करने और हमसे सीधे मिल सकता है. शहर की पेयजल, स्वच्छता और यातायात जैसी समस्याओं को गंभीरता से लिया जा रहा है : गौरव कुमार सिंह, कलेक्टर, रायपुर
रायपुर कलेक्टर को मिली मेयर की शक्तियां : इस बार नगर निगम चुनाव समय पर घोषित नहीं होने की वजह से परिषद का कार्यकाल समाप्त होते ही कलेक्टर को प्रशासक नियुक्त किया गया है. नगरीय निकाय चुनाव के आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है. अब नगरीय निकाय चुनाव की तारीखें घोषित होनी बाकी है. प्रशासक के रूप में कलेक्टर गौरव सिंह मेयर इन काउंसिल और सामान्य सभा की सभी शक्तियां प्रदान की गई है. वे नगर निगम से संबंधित सभी निर्णय स्वतंत्र रूप से ले सकते हैं.