देहरादून: रवि बडोला हत्याकांड में पुलिस के साथ-साथ सरकार ने भी आरोपियों पर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. प्रशासन अब जल्द ही आरोपी देवेंद्र भारद्वाज के मकान और डेयरी पर बुलडोजर चलाने वाला है. आरोप है कि आरोपी देवेंद्र भारद्वाज ने सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा कर वहां मकान और डेयरी बनाई है, जिसे अतिक्रमण मुक्त कराने का नोटिस दिया गया है.
देहरादून उप जिला मजिस्ट्रेट (सदर) की ओर से आरोपी को नोटिस भेजा गया है. नोटिस में आरोपी देवेंद्र भारद्वाज को तीन दिन के भीतर खुद ही अवैध अधिक्रमण हटाने को कहा गया है. यदि आरोपी ने दिन तीन के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया तो प्रशासन बलपूर्वक अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करेगा.
सीएम धामी ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश: नोटिस में यह भी साफ किया गया है कि अवैध अतिक्रमण को हटाने में जो भी खर्च आएगा, वो खर्च आरोपी देवेंद्र भारद्वाज से ही वसूला जाएगा. बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते दिन ही हाई लेवल बैठक की थी. बैठक में सीएम धामी ने आरोपियों की संपत्ति की जांच के निर्देश दिए थे.
आरोपी ने 66 वर्ग मीटर सरकारी भूमि पर किया कब्जा: सीएम धामी के निर्देश पर राजस्व विभाग और देहरादून नगर निगम की संयुक्त निरीक्षण टीम ने पाया कि आरोपी देवेंद्र भारद्वाज ने 66 वर्ग मीटर सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर भवन और डेयरी का निर्माण कराया है. ऐसे में राजस्व विभाग और नगर निगम की ओर से रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद उप जिला मजिस्ट्रेट ने आरोपी देवेंद्र भारद्वाज को नोटिस जारी कर दिया है. नोटिस में तीन दिन के अंदर अवैध निर्माण का हटाने के निर्देश दिए है.
क्या है देहरादून गोलीकांड: बता दें कि देहरादून के नेहरू ग्राम इलाके में रहने वाले प्रॉपट्री डीलर रवि बडोला ने अपनी कार सागर यादव को दी थी. सागर यादव भी नेहरू ग्राम इलाके में ही रहता और रवि बडोला का दोस्त है. आरोप है कि सागर यादव ने उस कार को सवा चार लाख रुपए में सोनू भारद्वाज के यहां गिरवी रखा. रवि बडोला को जब इस बात का पता चला तो उसने सागर यादव से अपनी कार वापस मांगी, लेकिन कार वापस करने के बचाए सागर यादव ने रवि के साथ गाली-गलौच की.
सोनू भारद्वाज के घर पर चली गोलियां: इसके बाद रवि बडोला अपने दो साथियों सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी के साथ 16 जून रात को सोनू भारद्वाज के घर गया और उससे अपनी गाड़ी मांगी, लेकिन गाड़ी देने के बचाए सोनू भारद्वाज और उसके भाई मोनू भारद्वाज के अलावा दोस्त रामवीर, मनीष, अंकुश और योगश ने रवि और उसके दोस्त पर गोली चला दी.
रातभर नाले में पड़ी रही रवि का लाश: गोलियों की आवाज से इलाके में हड़कंप सा मच गया था. सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी तो गोली लगने के बाद वहीं गिर गए थे, लेकिन रवि का कुछ पता नहीं लगा. सुभाष क्षेत्री को उसके परिजनों और मनोज नेगी को पुलिस ने हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जबकि रात भर रवि को कुछ पता नहीं चल पाया. रवि की लाश सुबह डोभाल चौक के पास नाले में पड़ी हुई मिली.
सातों आरोपियों को जेल भेज चुकी पुलिस: इस मामले में पुलिस ने सभी सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस गोलीकांड का मुख्य आरोपी रामवीर है, जिस पर पहले भी कई आपराधिक मुकदमें दर्ज है. रामवीर मनीष, अंकुश और योगश का सोनू भारद्वाज के यहां आना-जाना है और बीते कई दिनों से ये सब सोनू भारद्वाज के घर ही रूके हुए थे.
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