कोटा: सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण में वर्गीकरण के निर्णय को लेकर 21 अगस्त को भारत बंद के आह्वान को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. इसी को लेकर जिला कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी और एसपी सिटी डॉ अमृता दुहन ने आला अधिकारियों की बैठक ली. अमृता दुहन ने इसे लेकर कहा है कि इस दौरान गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं, जिला कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी ने जिले के सरकारी गैर सरकारी स्कूल और सभी कोचिंग संस्थानों में स्टूडेंट के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी है, स्टाफ को विद्यालय जाना होगा.
दूसरी तरफ कोटा व्यापार महासंघ ने सुबह 8 से दोपहर 3 बजे तक बंद को समर्थन दिया है. वहीं, प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर सोसायटी कोटा के महामंत्री संजय शर्मा ने बताया कि कल भारत बंद आह्वान के मद्देनजर सुरक्षा के दृष्टि से कोटा के सभी सीबीएसई व आरबीएसई विद्यालयों में कल अवकाश रहेगा. ऐसे में बंद के दौरान डेयरी, पेट्रोल पंप, बैंक और सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे. मेडिकल, अस्पताल व अन्य आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी. जिला कलेक्टर डॉ गोस्वामी ने बंद के दौरान किसी तरह की अशांति न फैलाने की अपील की है.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए एसपी सिटी डॉ दुहन ने साफ कहा है कि बंद के दौरान कोई भी कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उससे पुलिस सख्ती से निपटेगी. इधर कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन ने बन्द को समर्थन दिया है. कैथून में भी व्यापार संघ अध्यक्ष हरि ओम पुरी ने बंद रखने की घोषणा की है.
एसडीएम को निर्देश, आवश्यक सेवाएं रहे जारी: कलेक्टर डॉ गोस्वामी का कहना है कि सांकेतिक बंद से पहले सभी पक्षों से वार्ता की गई है. बंद, रैली का एक निश्चित समय व रूट तय कर उसकी एकरूपता से पालना सुनिश्चित कराई जाएगी. इस दौरान पर्याप्त पुलिस व्यवस्था और स्थितियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए. संवेदनशील स्थानों पर जाब्ता तैनात किया जाए. सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवश्यक सेवाएं सुचारू रहें और आमजन को रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं के लिए परेशानी नहीं उठानी पड़े.
पुलिस करेगी ड्रोन से निगरानी: सिटी एसपी डॉ दुहन का कहना है सोशल मीडिया पर किसी तरह की अफवाह ना फैले, इस पर निगरानी रखते हुए सही सूचनाओं का तुरंत पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी. रैली के दौरान उन मार्गों पर वाहनों की पार्किंग नहीं रहेगी. शिक्षण संस्थानों के आसपास व छुट्टी के समय को भी ध्यान में रखते हुए आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे. ड्रोन वीडियोग्राफी कराई जाएगी. इसके अलावा अभय कमांड के जरिए सभी सीसीटीवी कैमरों पर भी पूरी निगरानी रखी जाएगी.
इधर बंद को लेकर विरोध भी: बंद को लेकर एक वर्ग तैयारी में जुटा हुआ है, तो दूसरी तरफ दूसरा वर्ग इस बंद का विरोध कर रहा है. इसमें भील समाज से जुड़ा हुआ संगठन भी बंद के विरोध में खड़ा हुआ है. यह लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत कर रहे हैं. इसी तरह से वाल्मीकि समाज के कुछ लोग भी इस फैसले को लेकर विरोध कर रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि आरक्षण में वर्गीकरण से गरीब और वंचित तबके के आरक्षित लोगों को फायदा मिलेगा.