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नहरबंदी से पहले व्यवस्थाओं को माकूल करने को लेकर प्रशासन सक्रिय, कलेक्टर ने दिए निर्देश

Canal Closure in Western Rajasthan, गर्मी में पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में करीब डेढ़ से दो करोड़ की आबादी को पेयजल की किल्लत होगी. ऐसे में अब राज्य सरकार ने जिला स्तर पर प्रशासन को पर्याप्त व्यवस्था करने को लेकर निर्देश दिए हैं. वहीं, सरकार के निर्देश के बाद जिला स्तर पर अधिकारी पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं.

Canal Closure in Western Rajasthan
Canal Closure in Western Rajasthan
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 11, 2024, 10:32 PM IST

बीकानेर. पश्चिमी राजस्थान की लाइफ लाइन कही जाने वाली इंदिरा गांधी नहर में प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान अंतिम छोर तक गांवों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित रहे, इसके लिए संबंधित एजेंसियों को समय पर सभी आवश्यक इंतजाम कर करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने अधिकारियों को दिए गए निर्देश को लेकर बताया कि 21 मार्च से 20 मई तक‌ 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित है. उन्होंने कहा कि नहरबंदी से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्र के उपखंड अधिकारी इस संबंध में विशेष ध्यान दें. इसको लेकर पूरी मॉनिटरिंग करें.

टैंकरों से हो जलापूर्ति : नहरबंदी से पूर्व समस्त डिग्गियां समय पर भरने, पानी चोरी रोकने के लिए गश्त बढ़ाने सहित संबंधित विभाग के साथ समन्वय पर समुचित एक्शन लिए जाएं. वहीं, जिन क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार टैंकर से पेयजल आपूर्ति करनी है, उनका पहले ही चिन्हित करते हुए समय पर टैंकर भिजवाना सुनिश्चित करें. टैंकर से पेयजल आपूर्ति की दरें भी निर्धारित सीमा में रहे. उन्होंने विभागों से नहरबंदी के संबंध में की गई तैयारियों की भी जानकारी ली.

इसे भी पढ़ें - जैसलमेर में 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित, डीएम ने पीने के पानी का स्टोरेज करने के दिए निर्देश

10 जिलों में होगी आपूर्ति बाधित : नहरबंदी के दौरान पहले एक महीने में जहां आशिक नहरबंदी होगी. वहीं, अगले 30 दिनों तक पूर्ण नहरबंदी होनी है, जिसके चलते पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में पूरी तरह से पेयजल की आपूर्ति बाधित रहेगी.

बीकानेर. पश्चिमी राजस्थान की लाइफ लाइन कही जाने वाली इंदिरा गांधी नहर में प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान अंतिम छोर तक गांवों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित रहे, इसके लिए संबंधित एजेंसियों को समय पर सभी आवश्यक इंतजाम कर करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने अधिकारियों को दिए गए निर्देश को लेकर बताया कि 21 मार्च से 20 मई तक‌ 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित है. उन्होंने कहा कि नहरबंदी से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्र के उपखंड अधिकारी इस संबंध में विशेष ध्यान दें. इसको लेकर पूरी मॉनिटरिंग करें.

टैंकरों से हो जलापूर्ति : नहरबंदी से पूर्व समस्त डिग्गियां समय पर भरने, पानी चोरी रोकने के लिए गश्त बढ़ाने सहित संबंधित विभाग के साथ समन्वय पर समुचित एक्शन लिए जाएं. वहीं, जिन क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार टैंकर से पेयजल आपूर्ति करनी है, उनका पहले ही चिन्हित करते हुए समय पर टैंकर भिजवाना सुनिश्चित करें. टैंकर से पेयजल आपूर्ति की दरें भी निर्धारित सीमा में रहे. उन्होंने विभागों से नहरबंदी के संबंध में की गई तैयारियों की भी जानकारी ली.

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10 जिलों में होगी आपूर्ति बाधित : नहरबंदी के दौरान पहले एक महीने में जहां आशिक नहरबंदी होगी. वहीं, अगले 30 दिनों तक पूर्ण नहरबंदी होनी है, जिसके चलते पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में पूरी तरह से पेयजल की आपूर्ति बाधित रहेगी.

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