बीकानेर. पश्चिमी राजस्थान की लाइफ लाइन कही जाने वाली इंदिरा गांधी नहर में प्रस्तावित नहरबंदी के दौरान अंतिम छोर तक गांवों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित रहे, इसके लिए संबंधित एजेंसियों को समय पर सभी आवश्यक इंतजाम कर करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने अधिकारियों को दिए गए निर्देश को लेकर बताया कि 21 मार्च से 20 मई तक 60 दिन की नहरबंदी प्रस्तावित है. उन्होंने कहा कि नहरबंदी से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्र के उपखंड अधिकारी इस संबंध में विशेष ध्यान दें. इसको लेकर पूरी मॉनिटरिंग करें.
टैंकरों से हो जलापूर्ति : नहरबंदी से पूर्व समस्त डिग्गियां समय पर भरने, पानी चोरी रोकने के लिए गश्त बढ़ाने सहित संबंधित विभाग के साथ समन्वय पर समुचित एक्शन लिए जाएं. वहीं, जिन क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार टैंकर से पेयजल आपूर्ति करनी है, उनका पहले ही चिन्हित करते हुए समय पर टैंकर भिजवाना सुनिश्चित करें. टैंकर से पेयजल आपूर्ति की दरें भी निर्धारित सीमा में रहे. उन्होंने विभागों से नहरबंदी के संबंध में की गई तैयारियों की भी जानकारी ली.
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10 जिलों में होगी आपूर्ति बाधित : नहरबंदी के दौरान पहले एक महीने में जहां आशिक नहरबंदी होगी. वहीं, अगले 30 दिनों तक पूर्ण नहरबंदी होनी है, जिसके चलते पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में पूरी तरह से पेयजल की आपूर्ति बाधित रहेगी.