शिमला: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के लिए संकट गहराता जा रहा है. 6 कांग्रेस और 3 निर्दलीय विधायकों की क्रॉस वोटिंग के कारण 14 महीने पुरानी सरकार संकट में नजर आ रही है. इस बीच बीजेपी ने भी अपने समीकरण बिठाने शुरू कर दिए हैं. मंगलवार को महज 25 विधायक होने के बावजूद राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी का खेमा जोश में है. इस बीच भाजपा हाईकमान के निर्देश पर बीजेपी नेता और वरिष्ठ वकील सत्य पाल जैन भी शिमला पहुंच चुके हैं.
कौन हैं सत्य पाल जैन ?
बुधवार दोपहर सत्यपाल जैन बीजेपी आलाकमान के निर्देश पर हेलीकॉप्टर से सीधे शिमला पहुंच चुके हैं. बीजेपी नेता सत्य पाल जैन सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील है. मौजूदा समय में वो भारत के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल भी हैं. सत्य पाल जैन संविधान और चुनाव कानूनों के एक्सपर्ट हैं और अलग-अलग राज्यों से लेकर सुप्रीम कोर्ट में बीजेपी से जुड़े मामलों की पैरवी करते हैं.
सत्यपाल जैन साल 1998 और 1999 लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ से सांसद भी रहे हैं. वो एबीवीपी के सदस्य से लेकर बीजेपी की लीगल व लेजिस्लेटिव सेल के ऑल इंडिया इंचार्ज और बीजेपी के नेशनल लीगल वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन भी रह चुके हैं. साल 2007 से 2010 के बीच वो हिमाचल के प्रभारी भी रह चुके हैं.
हिमाचल क्यों भेजे गए सत्य पाल जैन ?
जिस तरह से हिमाचल में सियासी संकट गहरा रहा है उसे देखते हुए बीजेपी को लगता है कि ये मसला कानून की दहलीज तक भी पहुंच सकता है. ऐसे में बीजेपी कानूनी समेत हर पहलू को खंगालना चाहती है. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की भी हिमाचल पर पूरी नजर है. इसलिये सत्य पाल जैन को पूरे मामले पर नजर बनाने के लिए शिमला भेजा गया है ताकि वो विधानसभा स्पीकर से लेकर मामले के हाइकोर्ट पहुंचने की स्थिति में पार्टी और विधायकों की पैरवी कर सकें. सत्यपाल जैन हिमाचल बीजेपी के प्रभारी भी रहे हैं. जिसका फायदा उन्हें मौजूदा सियासी संकट को समझने में मिलेगा.
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