नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छेड़छाड़ के मामले में एक पूर्व छात्र के खिलाफ कार्रवाई की गई है. तीन दिन पहले 31 मार्च को छात्रा ने शिकायत की थी. प्रॉक्टर ऑफिस ने जांच के बाद नोटिस जारी कर पूर्व छात्र को विश्वविद्यालय परिसर से आउट ऑफ बॉन्ड घोषित कर दिया है. यह कार्रवाई जांच, सुरक्षा अधिकारी द्वारा एक अप्रैल को सौंपी गई रिपोर्ट और अन्य छात्राओं द्वारा दी गई गवाही के आधार पर की गई है.
नोटिस में जेएनयू के पूर्व छात्र ऐश्वर्य प्रताप सिंह को छात्रा के साथ बदसलूकी, गाली गलौज और धमकी देने में शामिल पाया गया है. अब ऐश्वर्य की जेएनयू कैंपस में नो एंट्री हो गई है. नोटिस में कहा गया है कि अगर कोई भी ऐश्वर्य प्रताप सिंह को जेएनयू परिसर में आने के लिए सहयोग करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
रिंग रोड पर टहल रही थी छात्रा
छात्रा ने प्रॉक्टर ऑफिस में शिकायत की थी. उसने आरोप लगाया था कि 30 मार्च की रात को 2 बजे वह अपने एक दोस्त के साथ रिंग रोड पर टहल रही थी, तभी कार से चार लड़के आए और बदसलूकी की. लड़कों ने कार से कुछ दूर तक पीछा भी किया. शिकायत मिलने के बाद प्रॉक्टर ऑफिस ने मामले में जांच बैठा दी थी और उन छात्रों के जेएनयू परिसर में जांच होने तक प्रवेश पर रोक लगा दी थी. जांच में चार में से एक छात्र को मामले में शामिल पाया गया है. उसके बाद जेएनयू प्रशासन ने छात्र को नोटिस जारी कर दिया है.
छात्राओं के साथ हुई घटना के बाद जेएनयू छात्र संघ के बैनर तले कुछ छात्र छात्राओं ने साबरमती ढाबा के पास विरोध प्रदर्शन किया था. साथ ही, छात्रा भी जल्द कार्रवाई को लेकर धरने पर बैठ गई थी. जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष धनंजय ने कुछ छात्र संगठनों पर जेएनयू में माहौल खराब करने का आरोप लगाया था.
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