खूंटीः जिले में पहली बार जिला प्रशासन ने अफीम की खेती करने वाले 14 जमीन मालिकों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है. जबकि विभिन्न थाना क्षेत्रों के खुटकटी जमीन के जीआर के आधार पर 321 एफआईआर दर्ज की गई है. अब पुलिस जमीन मालिकों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है. यही नहीं जीआर के आधार पर हुए एफआईआर के बाद जमीन मालिकों के सत्यापन शुरू कर दिया गया है.
इन थानों में इतनी एफआईआर दर्ज
खूंटी अनुमंडल क्षेत्र के अड़की थाने में जीआर के आधार पर 70 एफआईआर, सायको थाना में 53 एफआईआर, मारंगहदा थाना में 100 एफआईआर, मुरहू थाना में 55 एफआईआर और खूंटी थाना में 43 एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं जीआर के आधार पर कुल 321 प्राथमिकी दर्ज की गई है.
चालम गांव के 18 लोगों पर प्राथमिकी
खूंटी थाना क्षेत्र के चालम गांव के डेढ़ दर्जन लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई. जिनमें बोध मुंडा (डुगरु मुंडा), सतरी पाहन, लहरू पाहन, पति भोक्ता, लहरू भोक्ता, वसिया पाहन, गेंडेया पाहन, बुधवा मुंडा, बुधवा मुंडा (2), लोधेया भोगता, सनिका पहान, मनबोध, हाथीराम महतो, भीम सिंह मानकी, मुंडा नायक, चरण सिंह, बोध मुंडा और डेमका मुंडा शामिल हैं.
मंगलवार तक 29 एकड़ में लगी अफीम नष्ट
जिले के खूंटी, अड़की और मुरहू प्रखंड क्षेत्र में अवैध अफीम की खेती के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी है. मंगलवार शाम तक कुल 29 एकड़ में लगी अफीम की फसलों को नष्ट किया जा चुका है. एसडीओ दीपेश कुमारी अफीम विनष्टीकरण अभियान का नेतृत्व कर रही थीं. साथ ही खूंटी सीओ, थानेदार सहित दर्जनों पुलिस के जवान वन विभाग के पदाधिकारियों के साथ जंगलों में भी अफीम विनष्टीकरण अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मंगलवार को जिनकी जमीन पर अफीम की खेती नष्ट की गई थी उक्त जमीन के जीआर के आधार पर जमीन मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
एसडीओ ने दी जानकारी
इस संबंध में एसडीओ दीपेश कुमारी ने बताया कि किसी भी हाल में अवैध अफीम को नष्ट किया जाएगा. साथ ही जिनकी जमीन पर अफीम लगाई गई है, उन जमीन मालिकों सहित उनके वंशजों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाएगा.
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