देहरादून: अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड गिरोह का एसटीएफ और कोतवाली पटेल नगर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. अवैध रूप से कॉल सेंटर संचालित कर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कॉल सेंटर से ठगी के संबंधित उपकरण भी बरामद किए गए हैं. ये कॉल सेंटर अंतराष्ट्रीय स्तर पर चलाया जा रहा था. आरोपी खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल के प्रतिनिधि बताकर विदेशी नागरिकों को टारगेट किया करते थे.
ऐसे हो रहा था खेल: देहरादून में चमन विहार सहारनपुर रोड पर स्थित एक कंपनी द्वारा एक इमारत में कुछ युवकों ने अवैध रूप से कॉल सेंटर चलाया हुआ था. ये USA और कनाडा के नगारिकों को भ्रमित कर उनसे ठगी करते थे. पॉप-अप मैसेज के जरिए उनके द्वारा अश्लील वीडियो देखे जाने और उनके बैक खातों में धोखाधड़ी की बात कहते हुए उनको डराकर धनराशि प्राप्त करते थे. इस तरीके से धोखाधड़ी का पूरा खेल खेला जा रहा था.
जिसके बाद एसटीएफ की टीम का गठन किया गया और पुलिस टीम ने सहारनपुर रोड स्थित बिल्डिंग में छापामारी की. छापेमारी के दौरान पुलिस को आरोपी मौके पर मिले. मौके से पुलिस टीम ने 13 लैपटाप, 02 वाईफाई राउटर, 03 स्विच, 01 मीडिया कनर्वटर, 01 एक्सटेन्शन, 10 लैपटाप चार्जर, 05 माऊस, 10 हेड फोन, 04 मोबाईल फोन और अन्य उपकरण बरामद किये हैं.
उत्तराखंड STF ने देहरादून में अवैध रूप से संचालित एक अंतर्राष्ट्रीय साइबर फ्रॉड कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया, जहाँ माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल के प्रतिनिधि बनकर USA और कनाडा के नागरिकों को ठगा जा रहा था। छापेमारी में13 अभियुक्त गिरफ्तार कर लैपटॉप, राउटर समेत कई तकनीकी उपकरण बरामद किए गए pic.twitter.com/7bAB0PJY0r
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 19, 2025
यूएस-कनाडा के लोग थे टारगेट: आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया गया कि वो लोग अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर काफी समय से दून में ही कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे. यह लोग X-LITE डायलर के माध्यम से यूएसए और कनाडा के विदेशी कॉलरों को भ्रमित करते थे और डराते थे. आरोपी X-LITE डायलर के माध्यम से सम्पर्क कर विदेशियों के फर्जी पॉप-अप के जरिए खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल कम्पनी से बताकर उनको डराते थे कि आपके द्वारा अपने सिस्टम में अश्लाल साइट्स देखी गई हैं, जिस पर आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिर मोबाइल और कम्प्यूटर में Anydesk, Team Viewer, Ultra Viewer जैसे एप डलवाकर उनसे धोखाधड़ी कर पैसे लूटते थे.
कई एप्लीकेशन से लेते थे पैसे: आरोपियों के पास मिस्ड और डायल कॉल्स पर विदेशी नंबर पाए गए हैं. कुछ लैपटॉप्स पर अलग-अलग एप्लीकेशन के माध्यम से पैसों के लेन-देन से संबंधित डिटेल मिली है. माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल के प्रतिनिधि बनकर लोगों को डराने की स्क्रिप्ट, अश्लील साइट देखने की स्क्रिप्ट और यूएस ट्रेजरी की स्क्रिप्ट भी मिली है.
आरोपियों से बरामद कॉल सेंटर चलाने वाले संसाधनों को तकनीकि रूप से चेक किया गया तो संसाधनों में काफी मात्रा में कॉल सेंटर संचालन और विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी करने संबंधी सबूत मिले हैं. जिसके बाद थाना साइबर क्राइम ने 13 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और सभी को 35 का नोटिस दिया गया है.
अन्य आरोपियों के संबध में जानकारी प्राप्त की जा रही है. सभी आरोपियों पर जो धाराएं लगी हैं वो सात साल की सजा से कम है, इसलिए इनको 35 का नोटिस दिया गया है. यह पहले 41A का नोटिस होता है लेकिन धाराओं में बदलाव होने के बाद अब 35 का नोटिस है.
- नवनीत भुल्लर, एसएसपी एसटीएफ -
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