जयपुर: एसएमएस मेडिकल कॉलेज में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ कथित प्रताड़ना के मामले में सख्त कार्रवाई की गई है. मामले को लेकर SMS मेडिकल कॉलेज की ओर से जांच कमेटी गठित की गई थी. जांच कमेटी की प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज प्रशासन ने बायोकेमिस्ट्री विभाग के द्वितीय वर्ष के आरोपी रेजीडेंट छात्र को निलंबित कर दिया है.
कॉलेज प्राचार्य डॉ दीपक माहेश्वरी ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर और जार्ड प्रतिनिधियों की मांग पर आरोपी रेजिडेंट को अगले आदेश तक निलंबित किया गया है. महिला रेजिडेंट्स डॉक्टर्स के साथ घटना के बाद जार्ड (जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स) ने भी आरोपी रेजिडेंट का बहिष्कार करने का ऐलान किया था. जा
र्ड अध्यक्ष डॉ मनोहर सियोल ने स्पष्ट किया कि संगठन महिलाओं पर अत्याचार सहन नहीं करेगा और मेडिकल कॉलेज प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की. ऐसे में कॉलेज प्रशासन और जार्ड की इस कठोर कार्रवाई को महिला रेजिडेंट्स के प्रति सुरक्षा और सम्मान के प्रति प्रतिबद्धता के रूप में देखा जा रहा है. यह मामला कॉलेज में व्यापक चर्चा का विषय बना हुआ है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है.
ये पोस्ट हुआ था वायरल: सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में लिखा गया था, 'कॉलेज का एक रेजिडेंट डॉक्टर महिलाओं को वस्तु समझता है. वह वूमेनाइजर है. मैं साहस जुटा रही हूं, ताकि उसका असली चेहरा सबके सामने आ सके. मैं अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित नहीं हूं. क्योंकि उसने मुझे-धमकी दी है कि वह मेरे साथ बहुत बुरा करेगा. उसके पास राजनीतिक पावर है. क्या मुझे तब तक इंतजार करना चाहिए? यह रेप से लेकर हत्या या और कुछ भी हो सकता है?'
पोस्ट में रेजिडेंट डॉक्टर ने आगे लिखा, 'मेरे साथ कुछ भी बुरा होता है तो इसके लिए वह पूरी तरह से जिम्मेदार होगा. मैं ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई चाहती हूं, जो बलात्कारी जैसे ही अपराधी हैं. मैं नहीं चाहती कि अगली निर्भया बनूं. यह मेरे मेडिकल जीवन में सबसे बुरा अनुभव रहा. यह व्यक्ति सफेद कोट पहनने लायक नहीं है. मैं चाहती हूं कि अपने सहकर्मियों के कारण असुरक्षित महसूस करने वाली महिलाओं को आगे आकर इस बारे में बोलना चाहिए. शर्म हमें नहीं इस तरह के घटिया लोगों को आनी चाहिए.'