मेरठ : जिले में एक युवक द्वारा 61 बार डायल 112 पर गंभीर अपराधों की फर्जी सूचना देकर पुलिस को परेशान करने का मामला सामने आया. आरोप है कि पुलिस ने फोन कर जब युवक को बुलाया तो वह नहीं आया, साथ ही पुलिसकर्मियों से गाली-गलौज की. जिसके बाद डायल-112 प्रभारी बलराम सिंह यादव ने आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
डायल-112 प्रभारी बलराम सिंह यादव ने बताया कि एक जनवरी से 29 नंवबर तक एक युवक ने डायल-112 पर 61 बार कॉल करके शिकायत दर्ज कराई. वह हर बार हत्या, गैंगरेप, परिजनों को बंधक बनाने और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों की सूचना दर्ज कराता था. पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) हर बार मौके पर पहुंचती तो मौके पर सूचना फर्जी पाई जाती थी. आरोपी भी मौके पर नहीं मिलता था. पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी जब आरोपी को फोनकर मौके पर बुलाते तो वह सामने नहीं आता था. उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज भी करता था. आरोपी के भाई ने बताया कि उसके भाई को शराब की बुरी तरह लत लग चुकी है. जांच में पता चला कि आरोपी अनुज मित्तल हरियाणा के पानीपत की गंगाराम कॉलोनी में रहता है. वर्तमान समय में आरोपी मेरठ के गंगानगर क्षेत्र में रहता था. काफी दिनों से फरार चल रहा था.
डायल-112 प्रभारी ने बताया कि पिछले माह रजपुरा निवासी राहुल चौधरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उसने नशे में 10 माह में डायल 112 पर 434 बार कॉल कर फर्जी सूचना दी थी. वह भी पुलिसकर्मियों से फोन पर गाली-गलौज करता था. जिसके बाद आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया. आरोपी मूलरूप से मुजफ्फरनगर के नदी रोड का रहने वाला है.
सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ झूठी सूचना देने, सरकारी कर्मचारी को गुमराह करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि एक युवक काफी समय से 112 पर फर्जी सूचना देकर पुलिस को गुमराह कर रहा था. पुलिस युवक की तलाश कर रही थी. आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है, जिसके बाद युवक को जेल भेज दिया गया है.
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