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गोरखपुर में मिशन खिलखिलाहट लौटी मुस्कान, 86 बच्चे कुपोषण से आए बाहर

Gorakhpur News : बच्चों को गोद लेकर स्वेच्छा से पोषण पोटली प्रदान कर रहे अधिकारी.

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)
सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो) (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

गोरखपुर : जिले में बाल विकास विभाग की ओर से चलाया जा रहा मिशन खिलखिलाहट कुपोषित बच्चों के जीवन में अहम बदलाव लाया है. अब तक 86 बच्चे इस मिशन से कुपोषण से बाहर आ चुके हैं. सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना द्वारा मिशन खिलखिलाहट के अंतर्गत गोद लिए बच्चे का घर भ्रमण किया गया. बच्चे को जब गोद लिया था तो उसका वजन सात किलोग्राम था, मात्र तीन महीने में बच्चे का वजन दो किलोग्राम बढ़ गया और बच्चा आज कुपोषण की श्रेणी से बाहर निकल कर पूर्ण स्वस्थ हो गया है.

मिशन खिलखिलाहट के अंतर्गत सीडीओ के नेतृत्व में जिले और ब्लॉक के विभिन्न अधिकारियों द्वारा कुपोषित बच्चों को गोद लेकर स्वेच्छा से पोषण पोटली प्रदान की जा रही है. इससे पहले भी सीडीओ और डीपीओ अभिनव मिश्रा ने एक-एक बच्ची को इस मिशन के तहत गोद लेकर स्वस्थ और सुपोषित किया था. सीडीओ ने एक बार फिर एक बच्चे को गोद लिया. जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्रा ने इस संबंध में बताया कि विभागीय सेवाओं के अलावा इस मिशन के अंतर्गत अधिकारियों द्वारा कुपोषित बच्चों को स्वेच्छा से पोषण पोटली प्रदान की जा रही है, जिसमें गुड़, चना, सहजन, दाल, केले, सेब, मौसमी हरी सब्जियां आदि होते हैं. इन बच्चों का नियमित वजन ऊंचाई ली जाती है. आंगनबाड़ी और एएनएम के माध्यम से समय-समय पर दवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं.

जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा, समाज कल्याण अधिकारी, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, असिस्टेंट लेबर कमिश्नर समेत सभी खंड विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सभी खंड शिक्षा अधिकारी, एडीओ पंचायत, चिकित्सा अधीक्षक, पूर्ति निरीक्षक, मुख्य सेविकाएं आदि कुपोषित बच्चों को इस मिशन के अंतर्गत गोद लेकर उनके जीवन में अहम बदलाव ला रहे हैं.

गोरखपुर : जिले में बाल विकास विभाग की ओर से चलाया जा रहा मिशन खिलखिलाहट कुपोषित बच्चों के जीवन में अहम बदलाव लाया है. अब तक 86 बच्चे इस मिशन से कुपोषण से बाहर आ चुके हैं. सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना द्वारा मिशन खिलखिलाहट के अंतर्गत गोद लिए बच्चे का घर भ्रमण किया गया. बच्चे को जब गोद लिया था तो उसका वजन सात किलोग्राम था, मात्र तीन महीने में बच्चे का वजन दो किलोग्राम बढ़ गया और बच्चा आज कुपोषण की श्रेणी से बाहर निकल कर पूर्ण स्वस्थ हो गया है.

मिशन खिलखिलाहट के अंतर्गत सीडीओ के नेतृत्व में जिले और ब्लॉक के विभिन्न अधिकारियों द्वारा कुपोषित बच्चों को गोद लेकर स्वेच्छा से पोषण पोटली प्रदान की जा रही है. इससे पहले भी सीडीओ और डीपीओ अभिनव मिश्रा ने एक-एक बच्ची को इस मिशन के तहत गोद लेकर स्वस्थ और सुपोषित किया था. सीडीओ ने एक बार फिर एक बच्चे को गोद लिया. जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्रा ने इस संबंध में बताया कि विभागीय सेवाओं के अलावा इस मिशन के अंतर्गत अधिकारियों द्वारा कुपोषित बच्चों को स्वेच्छा से पोषण पोटली प्रदान की जा रही है, जिसमें गुड़, चना, सहजन, दाल, केले, सेब, मौसमी हरी सब्जियां आदि होते हैं. इन बच्चों का नियमित वजन ऊंचाई ली जाती है. आंगनबाड़ी और एएनएम के माध्यम से समय-समय पर दवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं.

जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा, समाज कल्याण अधिकारी, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, असिस्टेंट लेबर कमिश्नर समेत सभी खंड विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सभी खंड शिक्षा अधिकारी, एडीओ पंचायत, चिकित्सा अधीक्षक, पूर्ति निरीक्षक, मुख्य सेविकाएं आदि कुपोषित बच्चों को इस मिशन के अंतर्गत गोद लेकर उनके जीवन में अहम बदलाव ला रहे हैं.

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