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श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल का भूमि पूजन संपन्न, अब शिविर निर्माण होगा शुरू

prayagraj news: अखाड़ा क्षेत्र में श्री पंचायती अखाड़ा का भूमि पूजन विधि विधान से संपन्न होने के बाद शिविर निर्माण शुरू हो जायेगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

प्रयागराज: जिले के त्रिवेणी की रेती पर आस्था की आध्यात्मिक नगरी बसने लगी है. हर हर महादेव के बाद अब गुरुओं की वाणी भी उतरने लगी है. अखाड़ा क्षेत्र में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल अखाड़ा का भूमि पूजन विधि विधान से संपन्न होने के बाद अब यहां पंच प्यारे के आगमन का भी रास्ता खुल गया है.
महाकुंभ के अखाड़े क्षेत्र में आस्था और अध्यात्म के विविध रंगों का मेल हो रहा है.

भगवान शिव के साधक और संतों की अखाड़ा क्षेत्र में मौजूदगी के बाद अब गुरुनानक समेत सिक्खों के दसों गुरुओं की वाणी भी त्रिवेणी की भक्ति की धारा में प्रवाहित होने लगी है. श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के साधु संतो ने पूरे विधि विधान से अपने अखाड़े का भूमि पूजन संपन्न किया. अखाड़े के सचिव आचार्य देवेंद्र शास्त्री का कहना है, कि सभी प्रमुख अखाड़ों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में निर्मल अखाड़े का भूमि पूजन पूरा होने के बाद अब अखाड़े का शिविर निर्माण शुरू हो जायेगा.

सचिव निर्मल अखाड़ा आचार्य देवेंद्र शास्त्री ने दी जानकारी (video credit;ETV Bharat)
एक तरफ जहां सभी अखाड़ों में आकर्षण और प्रदर्शन की झलक दिखती है. वहीं श्री पंचायती अखाड़ा अपनी सेवा और सहजता के कारण अलग दिखता है. इस अखाड़े में नगर प्रवेश की परंपरा नहीं है. निर्मल अखाड़ा के सचिव आचार्य देवेंद्र शास्त्री बताते है, कि भूमि पूजन के बाद अब 12 दिसंबर को अखाड़े की धर्म ध्वजा स्थापित की जाएगी. 60 फिट ऊंचे दंड में पताका स्थापित होगी. केशरी रंग की निर्मल अखाड़े की पताका में ओंकार का निशान होता है. धर्म ध्वजा स्थापित होने के बाद शिविरों के निर्माण और पूजा स्थल का निर्माण होगा. पूजा स्थल के पास ही गुरु वाणी के पाठ और कीर्तन के लिए विशेष साधना स्थल बनेगा.

इसे भी पढ़ें-यूपी में अब 75 नहीं बल्कि 76 जिले; कुंभ क्षेत्र अस्थायी जिला घोषित, प्रयागराज डीएम ने जारी की अधिसूचना


भूमि पूजन में उपस्थित कई अखाड़ों के संत महंत और आचार्यों ने प्रयागराज में दिव्य, भव्य और स्वच्छ महाकुंभ के आयोजन की तैयारियों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की पीठ थपथपाई. श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के आचार्य महामंडलेश्वर और सांसद साक्षी महराज ने कि अखाड़ा क्षेत्र में पिछले कुंभ से अधिक व्यवस्था और उत्साह दिख रहा है. सभी संत मिलकर इस आयोजन को भव्य स्वरूप देने के लिए योगी जी के संकल्प के साथ हैं.

साक्षी महराज का यह भी कहना है, कि इस महाकुंभ में एक महत्वपूर्ण नवीनता यह भी है कि महाकुंभ में सनातन धर्म की की एकता के लिए "कटेंगे तो बटेंगे " सभी संतो का मूलमंत्र बन गया है. जो हर अखाड़े के धार्मिक आयोजनों में प्रतिध्वनित हो रहा है. श्री निर्वाणी अणि अखाड़े के धर्माचार्य धर्मदास जी का कहना है, कि कलियुग में संघ शक्ति ही मूल कथन है. इसलिए अब सभी सनातनियों को इसे समझना होगा.


यह भी पढ़ें-प्रयागराज महाकुंभ 2025; पर्यटन विभाग के टूर पैकेज प्लान से UP के धार्मिक स्थलों का करिए भ्रमण, ऐसे करें बुकिंग

प्रयागराज: जिले के त्रिवेणी की रेती पर आस्था की आध्यात्मिक नगरी बसने लगी है. हर हर महादेव के बाद अब गुरुओं की वाणी भी उतरने लगी है. अखाड़ा क्षेत्र में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल अखाड़ा का भूमि पूजन विधि विधान से संपन्न होने के बाद अब यहां पंच प्यारे के आगमन का भी रास्ता खुल गया है.
महाकुंभ के अखाड़े क्षेत्र में आस्था और अध्यात्म के विविध रंगों का मेल हो रहा है.

भगवान शिव के साधक और संतों की अखाड़ा क्षेत्र में मौजूदगी के बाद अब गुरुनानक समेत सिक्खों के दसों गुरुओं की वाणी भी त्रिवेणी की भक्ति की धारा में प्रवाहित होने लगी है. श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के साधु संतो ने पूरे विधि विधान से अपने अखाड़े का भूमि पूजन संपन्न किया. अखाड़े के सचिव आचार्य देवेंद्र शास्त्री का कहना है, कि सभी प्रमुख अखाड़ों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में निर्मल अखाड़े का भूमि पूजन पूरा होने के बाद अब अखाड़े का शिविर निर्माण शुरू हो जायेगा.

सचिव निर्मल अखाड़ा आचार्य देवेंद्र शास्त्री ने दी जानकारी (video credit;ETV Bharat)
एक तरफ जहां सभी अखाड़ों में आकर्षण और प्रदर्शन की झलक दिखती है. वहीं श्री पंचायती अखाड़ा अपनी सेवा और सहजता के कारण अलग दिखता है. इस अखाड़े में नगर प्रवेश की परंपरा नहीं है. निर्मल अखाड़ा के सचिव आचार्य देवेंद्र शास्त्री बताते है, कि भूमि पूजन के बाद अब 12 दिसंबर को अखाड़े की धर्म ध्वजा स्थापित की जाएगी. 60 फिट ऊंचे दंड में पताका स्थापित होगी. केशरी रंग की निर्मल अखाड़े की पताका में ओंकार का निशान होता है. धर्म ध्वजा स्थापित होने के बाद शिविरों के निर्माण और पूजा स्थल का निर्माण होगा. पूजा स्थल के पास ही गुरु वाणी के पाठ और कीर्तन के लिए विशेष साधना स्थल बनेगा.

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भूमि पूजन में उपस्थित कई अखाड़ों के संत महंत और आचार्यों ने प्रयागराज में दिव्य, भव्य और स्वच्छ महाकुंभ के आयोजन की तैयारियों पर सीएम योगी आदित्यनाथ की पीठ थपथपाई. श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के आचार्य महामंडलेश्वर और सांसद साक्षी महराज ने कि अखाड़ा क्षेत्र में पिछले कुंभ से अधिक व्यवस्था और उत्साह दिख रहा है. सभी संत मिलकर इस आयोजन को भव्य स्वरूप देने के लिए योगी जी के संकल्प के साथ हैं.

साक्षी महराज का यह भी कहना है, कि इस महाकुंभ में एक महत्वपूर्ण नवीनता यह भी है कि महाकुंभ में सनातन धर्म की की एकता के लिए "कटेंगे तो बटेंगे " सभी संतो का मूलमंत्र बन गया है. जो हर अखाड़े के धार्मिक आयोजनों में प्रतिध्वनित हो रहा है. श्री निर्वाणी अणि अखाड़े के धर्माचार्य धर्मदास जी का कहना है, कि कलियुग में संघ शक्ति ही मूल कथन है. इसलिए अब सभी सनातनियों को इसे समझना होगा.


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