देहरादून: थाना डालनवाला पुलिस ने युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किया है. आरोपी के खाते में पड़े करीब डेढ़ लाख रुपए भी फ्रीज किए गए हैं. आरोपी के सिंगापुर के कुछ एजेंटों के संपर्क में होने की बात सामने आई है. बहरहाल आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजने की कार्रवाई की गई है.
बता दें कि 24 जुलाई को संजय खत्री और सोनिया ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि ईसी रोड स्थित MEET UP GLOBAL FIRM के डायरेक्टर भारत कुमार नर्वानी और उसके अन्य सहयोगियों द्वारा MEET UP GLOBAL FIRM के माध्यम से विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी की गई. जिसकी एवज में 36,30,596 रुपए और 8,59,000 रुपए हड़प लिए गए. शिकायत मिलने के बाद आरोपी भारत कुमार नर्वानी के खिलाफ थाना डालनवाला में मुकदमा दर्ज कर टीम का गठन किया गया.
गठित टीम द्वारा आरोपी के ईसी रोड स्थित MEET UP GLOBAL FIRM में रखे दस्तावेजों को चेक किया गया और आरोपी भरत कुमार के खातों को फ्रीज करवाया गया. जांच के दौरान जानकारी मिली कि मुख्य आरोपी भारत कुमार नर्वानी का सही नाम पता भरत कुमार निर्वाणी उर्फ नीरज निर्वाणी निवासी पेसिफिक गोल्फ एस्टेट, सहस्त्रधारा रोड है. आरोपी मुकदमा दर्ज होने के बाद से लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम को मंगोलपुरी, रोहिणी, दिल्ली और नोएडा आदि स्थानों पर भेजा गया था. इसी बीच मुखबिर के माध्यम से आरोपी के गौतमबुद्ध नगर में छिपे होने की जानकारी मिली.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी ने ईसी रोड पर MEET UP GLOBAL FIRM नाम से कार्यालय खोला था, जिसका रेंट एग्रीमेंट उसके द्वारा अपनी पत्नी मीनाक्षी के नाम पर किया गया था. वह उक्त कार्यालय में डायरेक्टर था. उसके द्वारा युवाओं को विदेश में पढ़ने और वर्क परमिट पर भेजने का काम किया जाता था. पहले भी उसके द्वारा इस काम को किया गया था और उसका कुछ ओवरसीज कंपनी और सिंगापुर के कुछ एजेंटों से संपर्क था, जिनके माध्यम से वह युवाओं को विदेश भेजने का काम करता था. उन्होंने कहा कि कंपनी में एचआर मैनेजर का काम देखने वाली युवती की आईडी पर कंपनी के लिये सिम खरीदी थी और उसी युवती के नाम से कंपनी के 02 बैंक खाते खुलवा कर उन्हें रजिस्टर्ड करवाया गया था.
आरोपी कंपनी में कार्य करने वाले लोगों के माध्यम से कई युवाओं से संपर्क कर उन्हें विदेश भेजने के नाम पर पैसे हड़पता था, जिसे आरोपी कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर करवाता था. इसके बाद आरोपी रुपए को ऑनलाइन अपनी मां हेमा वासुदेव और बहन सोनिया के खातों में ट्रांसफर करता था. उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ पहले ही दिल्ली, अहमदाबाद और अन्य स्थानों पर धोखाधड़ी के मुकदमे पंजीकृत हुए थे.
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