रुद्रपुर: फर्जी रोड टैक्स की स्लिप दिखाकर ट्रांसपोर्टर को 52 लाख का चूना लगाने वाला आरोपी पुलिस हिरासत में मर गया. बताया जा रहा है कि उधमसिंह नगर पुलिस आरोपी को यूपी से रुद्रपुर लेकर आ रही थी, तभी बीच रास्ते में उसकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई. उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने इसकी पुष्टि की है.
जानकारी के मुताबिक रुद्रपुर कोतवाली पुलिस को आरएस लॉजिस्टिक के स्वामी हरीश मुंजाल ने तहरीर दी थी. उन्होंने बताया था कि उनकी कंपनी को अशोक लीलैंड कंपनी पंतनगर सिडकुल से नए ट्रक और चेसिस का पूरे भारत में भेजने का टेंडर मिला था.
हरीश मुंजाल ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने चेन्नई में कंपनी का काम देखने के लिए भास्कर प्रताप पांडेय निवासी सिद्धार्थनगर यूपी को नियुक्त किया था. कंपनी तमिलनाडू स्थित कार्यालय से नए चेसिस भेजने का रोड टैक्स जमा करने के लिए हर हफ्ते करीब पांच लाख रुपए आरोपी को भेजा करती थी.
आरोप है कि आरोपी भास्कर पूर्व में भेजे गये रूपए सही से ट्रांसफर करता रहा और रसीदें कंपनी को भेजता रहा. विश्वास बन जाने के बाद भास्कर प्रताप पांडेय ने अपने साथी मुनीम खां निवासी निवासी मेवात हरियाणा और फारूख निवासी अलवर राजस्थान व अन्य तीन से चार अज्ञात साथियों के साथ मिलकर रुपए जमा करने की नकली और कूटरचित रसीदें बनाकर उन्हें भेजने लगा. इस तरह आरोपी ने उनसे करीब 52 लाख रुपए हड़प लिए.
मामले का पर्दाफाश होने पर जब हरीश मुंजाल ने आरोपी से अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी. साथ ही किसी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.
मामले की जांच एसआई दीपक कौशिक को सौपी गई. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को यूपी भेजा गया. शुक्रवार को एक आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिए था, जिसे टीम रुद्रपुर ला रही थी. बताया जा रहा है कि बीच रास्ते में आरोपी की तबीयत बिगड़ गई, जिसे आनन फानन में नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
मामले की जानकारी मिलते ही रुद्रपुर से पुलिस अधिकारी भी यूपी पहुंचे और मामले का जांच पड़ताल की. एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि मृतक का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है. आरोपी की मौत शायद हार्ट अटैक से हुई है.
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