नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली जिले की एएटीएस की टीम ने सार्वजनिक गाड़ियों में लोगों की जेबों पर हाथ साफ करने वाले दो शातिर जेबकतरों को गिरफ्तार किया है. दोनों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने 7 सात मामलों को सुलझाने का दावा किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के कब्जे से 12 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गौरव निवासी संगम विहार उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई है. गौरव पहले 7 आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है. दूसरे आरोपी की पहचान अर्जुन उर्फ गत्वा निवासी जी ब्लॉक संगम विहार उम्र 21 वर्ष के रूप में हुई है. वह भी पहले पांच आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है.
मामले की जानकारी देते हुए दक्षिण दिल्ली जिले के डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि दक्षिणी जिले में मोबाइल फोन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एएटीएस को विशेष रूप से कार्य सौंपा गया था. जिसके अनुसार एसीपी ऑपरेशंस और एएटीएस प्रभारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया.
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टीम के द्वारा हाल फिलहाल में हुई घटनाओं के सीसीटीवी फुटेजों की गहनता से विश्लेषण किया गया. अपराधियों का पता लगाने के लिए टीम ने क्षेत्र में गश्त तेज कर दी. टीम की लगन और प्रयास तब सफल हुए जब मैन्युअल इंटेलिजेंस के आधार पर दो आरोपियों की पहचान हुई. दोनों आरोपी संगम विहार नई दिल्ली के निवासी हैं.
टीम के द्वारा तकनीकी और स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर बत्रा अस्पताल के एमबी रोड पर एक जाल बिछाया गया और दोनों आरोपी को पकड़ लिया गया.उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से कुल 12 मोबाइल फोन बरामद हुई है. पूछताछ करने पर दोनों आरोपी ने बताया कि वह इन मोबाइल फोनों को मेवात स्थित ग्रहों के साइबर धोखाधड़ी करने वालों को बेचते थे.
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