नई दिल्ली: दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने आज ईडी द्वारा दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार होकर जेल में बिता रहे आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान के बेल बांड का वेरिफिकेशन रिपोर्ट स्वीकार कर लिया है. कोर्ट ने इस रिपोर्ट को देखने के बाद बेल बांड को मंजूरी देने का आदेश दिया है.
इसके पहले, कोर्ट ने 25 नवंबर को इस मामले के सह आरोपी कौसर इमाम सिद्दीकी की जमानत याचिका पर निर्णय सुनाने का आदेश दिया. यह घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब 14 नवंबर को कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान को रिहा करने का आदेश देते हुए कहा था कि उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध हैं, परंतु उनके खिलाफ अभियोजन के लिए अनुमति नहीं ली गई है.
इस विचार के चलते ईडी की चार्जशीट पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा सका. कोर्ट ने साथ ही साथ पूरक चार्जशीट में दूसरी आरोपी मरियम सिद्दीकी को बरी कर दिया था, यह देखते हुए कि उनके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं हैं.
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ईडी का आरोप: यह मामला तब सामने आया जब ईडी ने 2 सितंबर को अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार किया था. ईडी के अनुसार, वे दिल्ली वक्फ बोर्ड की भर्ती में गड़बड़ियों के मुख्य आरोपी हैं. ईडी ने यह भी दावा किया है कि अमानतुल्लाह खान ने आपराधिक गतिविधियों के माध्यम से काफी संपत्ति अर्जित की है और अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्तियां खरीदी हैं.
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