नई दिल्ली : अगले महीने हरियाणा विधानसभा चुनाव और उसके बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी पहले की तरह संगठन को मजबूत बनाने में जुट गई है. गुरुवार को देर शाम आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के मंडल प्रभारियों के साथ बैठक की और उन्हें
हर बूथ को जीतने का मंत्र दिया. प्रदेश स्तरीय मंडल प्रभारियों की बैठक को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन डॉ. संदीप पाठक और प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने किया संबोधित. 22 सितंबर को जंतर मंतर पर जनता की अदालत लगेगी, जिसे अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे.
दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देने से बहुत सारे लोग दुखी हैं, लेकिन यह जंग है और जंग दुखी होने से नहीं लड़ी जाती है. अरविंद केजरीवाल अभिमन्यु नहीं, अर्जुन हैं. वह भाजपा के सारे चक्रव्यूह को तोड़ना जानते हैं. केजरीवाल जब सीएम थे, तब भी भाजपा की तानाशाही से लड़ रहे थे और जब इस्तीफा दे दिया, तब भी लड़ रहे हैं और जब दोबारा जीत कर प्रचंड बहुमत से मुख्यमंत्री बनेंगे, तब भी लड़ेंगे. सभी मंडल प्रभारी अपने-अपने मंडल के सेनापति हैं. पिछले दो साल से भाजपा लगातार आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को खत्म करने का प्रयास कर रही है, लेकिन आज हालात पलट गए हैं.
केजरीवाल कल भी भाजपा से लड़े थे, आज भी लड़ रहे हैं और कल भी लड़ेंगे
गोपाल राय ने कहा कि भाजपा को लगा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली प्रयोगशाला है, जहां नए-नए काम के अविष्कार होते हैं. अगर दिल्ली फैक्ट्री नहीं बंद हुई तो वह दिन दूर नहीं जब केंद्र मे सरकार भी ‘‘आप’’ की बनेगी. इसलिए, पहले भाजपा ने दिल्ली के काम रोकने के लिए एलजी को लगाया लेकिन काम नहीं रुका, फिर हमारे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह को भेज दिया, लेकिन दिल्ली का काम नहीं रुका. जब भाजपा के सारे हथकंडे विफल हो गए, तब भाजपा ने अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दिया. क्योंकि जब तक केजरीवाल बाहर हैं तब तक दिल्ली का काम रोका नहीं जा सकता है. इसके बाद भी दिल्ली का काम नहीं रुका.
भाजपा ने अरविंद केजरीवाल से इस्तीफा मांगा और कहा कि जेल से सरकार नहीं चलती है. भारत के इतिहास में पहली बार एक चुने हुए मुख्यमंत्री को भाजपा ने उठाकर जेल में डाला और तानाशाही का इतिहास बनाया. अरविंद केजरीवाल ने भी जेल से सरकार चला कर दिखा दिया कि जेल से भी सरकार काम कर सकती है. भाजपा वाले सोच रहे थे कि महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी को जैसे तोडकर अपनी सरकार बना लिया, वैसे ही दिल्ली सरकार भी उखाड़ कर फेंक देंगे. भाजपा के पास सत्ता, ईडी-सीबीआई और पैसे की ताकत है तो केजरीवाल के पास दिल्ली की जनता के आशीर्वाद की ताकत है. जनता के आशीर्वाद की ताकत से केजरीवाल कल भी भाजपा से लड़े थे, आज भी लड़ रहे हैं और कल भी लड़ेंगे.
जानिए, मंडल प्रभारियों से क्या कहा?
गोपाल राय ने मंडल प्रभारी से कहा कि इस लड़ाई में हमारे सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को को मोर्चा संभालना है. अब वक्त कमर कसने का आ गया है. हर मंडल पर लड़ाई होगी. भाजपा को इस बार एक भी सीट नहीं जीतने देना है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के 2 साल के सारे षड़यंत्रो को विफल कर दिया और अब आमने-सामने की लड़ाई है. अगर अरविंद केजरीवाल को प्रचंड बहुमत से मुख्यमंत्री बनाते हैं तो देश का मान सम्मान बढ़ेगा और षड्यंत्रकारियों का मान- सम्मान घटेगा. इसलिए सभी पदाधिकारी को अरविंद केजरीवाल बनना पड़ेगा. 22 सितंबर को जंतर मंतर पर जनता की अदालत लगेगी, जिसे अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे.
संदीप पाठक ने कहा कि इस बार दिल्ली का चुनाव भयंकर होने वाला है कि भारत के इतिहास किसी पार्टी ने आज तक इस स्तर पर चुनाव नहीं लड़ा होगा. पिछले चुनाव में हमारे कार्यकर्ताओं ने अमित शाह को दिल्ली की गलियों में पर्चे बांटने पर मजबूत कर दिया था. इस बार अमित शाह के साथ प्रधानमंत्री मोदी भी दिल्ली में डोर टू डोर पर्चे बाटेंगे. उन्होंने कहा कि इस बार मैं भी एक मंडल लूंगा. मेरे पास चाहें जितने भी काम हों, लेकिन मैं एक मंडल पर काम करूंगा. मंडल प्रभारी होने के नाते सभी की पहली जिम्मेदारी है कि वह अपने नीचे फौज तैयार करें.
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