नई दिल्ली: दिल्ली में मॉनसून की पहली बारिश होने पर राजधानी पूरी तरीके से पानी-पानी हो गई है. सड़कों से लेकर इलाकों में कई-कई फीट पानी भर गया है. वॉटर लॉगिंग की समस्या को देखते हुए अब दिल्ली सरकार ने वक्त दिल्ली सचिवालय में एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है जिसमें दिल्ली के सभी कैबिनेट मंत्री और संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि इस मीटिंग में सभी विभागों के साथ आने वाले समय में कोआर्डिनेशन के साथ काम करने और वॉटर लॉगिंग जैसी समस्या का समाधान निकालने को लेकर खास चर्चा हो सकती है.
मॉनसून के दस्तक देने और पहली बारिश में ही दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद और दिल्ली छावनी बोर्ड की ओर से किए गए वॉटर लॉगिंग की समस्या से निपटने के सभी इंतजामों की पोल खुल गई है. हर जगह पानी-पानी जमा हो गया है. दिल्ली के आम ही नहीं बल्कि खास इलाकों यानी वीआईपी इलाकों जिसमें लुटियन जोन और नई दिल्ली के कई इलाके भी पानी में डूब गए हैं. खास तौर पर पुरानी दिल्ली, पूर्वी, उत्तर पूर्वी और दक्षिणी व उत्तर पश्चिमी दिल्ली में वॉटर लॉगिंग की समस्या ज्यादा सामने आई है.
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इस बीच, आज सुबह नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) के टर्मिनल-1 पर भारी बारिश के बीच छत का एक हिस्सा टैक्सियों सहित कारों पर गिर गया, जिससे कम से कम छह लोग घायल हो गए. एक व्यक्ती की मौत हुई है. घटना के बाद, टर्मिनल-1 से विमानों का प्रस्थान रोक दिया गया है.
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