जयपुर. संयुक्त वाल्मीकि और सफाई श्रमिक संघ ने प्रदेश में आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया है. संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार सफाईकर्मी भर्ती के नाम पर मनमानी कर रही है. उनका कहना है कि सात मार्च को स्वायत्त शासन विभाग को उनकी ओर से मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिया गया था. इस दौरान उनके संगठन ने सरकार से 3 दिन में मांगों पर गौर नहीं किए जाने पर प्रदेशव्यापी हड़ताल की चेतावनी भी दी थी. इनका आरोप है कि सरकार ने उनकी मांगों को लेकर कोई विचार नहीं किया है, ऐसे में आज(सोमवार) वे राजधानी में हेरिटेज नगर निगम के बाहर अपनी रणनीति बनाएंगे और हड़ताल पर जाएंगे.
जयपुर में बुलाई गई है बैठक: संयुक्त वाल्मीकि और सफाई श्रमिक संघ की ओर से आज राजधानी जयपुर में एक बैठक का आह्वान किया गया है. सफाई श्रमिक संघ का कहना है कि स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 24 हजार 797 सफाई कर्मचारियों की भर्ती लॉटरी से साल 2018 की तर्ज पर की जा रही है. उन्होंने सरकार के इस फैसले के विरोध में नगर निगम जयपुर हैरिटेज मुख्यालय जलेबी चौक में आन्दोलन की रणनीति के लिए बैठक का आह्वान किया है.
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ये हैं सफाईकर्मियों की मांग: सरकार से सफाईकर्मियों ने मांग की है कि उनसे जुड़ी भर्ती को मस्टरोल के आधार पर किया जाए और इन भर्तियों में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता दी जाए. संघ की मांग है कि जिन अभ्यर्थियों ने नगरीय निकायों का अनुभव अधिकारियों से प्रमाणित करवाया है, ऐसे अभ्यर्थियों को बिना लॉटरी प्रणाली के प्रैक्टिकल में शामिल किया जाए.