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पिथौरागढ़ में बादल फटने से मचा हाहाकार, मलबे में दबी महिला, चार मवेशियों की मौत, मची अफरा तफरी - cloudburst in Pithoragarh - CLOUDBURST IN PITHORAGARH

Pithoragarh cloudburst, uttarakhand cloudburst उत्तराखंड में बारिश ने शुक्रवार को जमकर तबाही मचाई. सीमांत जिले पिथौरागढ़ में एक गांव में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है. यहां पहाड़ी से आए सैलाब में एक महिला और चार मवेशियों की दबकर मौत हो गई. वहीं चंपावत में भी शुक्रवार को बादल फटने से दो महिलाओं की मौत हुई थी.

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पिथौरागढ़ में बादल फटने से मचा हाहाकार (फोटो- pithoragarh police)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 13, 2024, 10:23 PM IST

Updated : Sep 13, 2024, 10:51 PM IST

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में बारिश से हाहाकर मचा हुआ है. चंपावत के बाद पिथौरागढ़ से भी बादल फटने की घटना सामने आई है. पिथौरागढ़ जिले में बिसाड़ इलाके के गढ़कोट गांव में बादल फटा है. बादल फटने के बाद पहाड़ी से आया मलबा एक घर में घुस गया, जिससे घर में मौजूद महिला और चार मवेशियों की मौत हो गई. वहीं महिला के बेटे-बहु और पोते ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई.

पिथौरागढ़ में बादल फटने से मचा हाहाकार (वीडियो- pithoragarh police)

मामले की जानकारी मिलते ही पिथौरागढ़ पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और राहव व बचाव के कार्यों में जुटी. पिथौरागढ़ पुलिस ने अपने प्रेस नोट में बादल फटने की जानकारी दी है. बताया जा रहा है कि बादल फटने के बाद पहाड़ी से बड़ी मात्रा में पानी और मलबे का सैलाब आया. इस सैलाब में 72 साल की देवकी देवी पत्नी स्व. पूरन चंद्र उपाध्याय मलबे में दब गई, जिससे उनकी मौत हो गई.

पहाड़ी से पानी के सैलाब के साथ आया मलबा: पिथौरागढ़ एसपी रेखा यादव ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया. टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. संयुक्त टीम ने मलबे में फंसे शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी भेजा. मलबे के लगातार गिरने और बारिश के कारण रेस्क्यू कार्य में मुश्किलें आईं, लेकिन टीमों ने साहस और धैर्य का परिचय देते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया.

तीन लोगों ने भागकर बचाई जान: पहाड़ी से पानी के सैलाब के साथ आया मलबा जब घर में घुसा तो उस समय देवकी देवी के साथ उनका पोता प्रियांशु, बेटा मनोज चंद्र उपाध्याय और बहू चंद्रकला उपाध्याय भी मौजूद थे, जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई. लेकिन देवकी देवी भाग नहीं पाई और उनकी इस हादसे में मौत हो गई. इसके अलावा मकान के पास स्थित गोठ में बंधी दो गायें और दो बछड़े भी आपदा की भेंट चढ़ गए.

एसपी पिथौरागढ़ रेखा यादव ने बताया कि भारी बारिश की दृष्टिगत एसडीआरएफ, पुलिस और फायर बिग्रेड की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है. आपदा प्रबंधन की टीम ने भी 24 घंटे हालात पर निगरानी बनाई हुई है.

बता दें कि शुक्रवार को कुमाऊं मंडल के चंपावत जिले में भी बादल फटा है. यहां भी दो महिलाएं आपदा की भेंट चढ़ गई. वहीं दो लोगों को हल्की चोटें आई है. चंपावत में भी बादल फटने के बाद आपदा जैसे हालत बने हुए है.

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पिथौरागढ़: उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में बारिश से हाहाकर मचा हुआ है. चंपावत के बाद पिथौरागढ़ से भी बादल फटने की घटना सामने आई है. पिथौरागढ़ जिले में बिसाड़ इलाके के गढ़कोट गांव में बादल फटा है. बादल फटने के बाद पहाड़ी से आया मलबा एक घर में घुस गया, जिससे घर में मौजूद महिला और चार मवेशियों की मौत हो गई. वहीं महिला के बेटे-बहु और पोते ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई.

पिथौरागढ़ में बादल फटने से मचा हाहाकार (वीडियो- pithoragarh police)

मामले की जानकारी मिलते ही पिथौरागढ़ पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और राहव व बचाव के कार्यों में जुटी. पिथौरागढ़ पुलिस ने अपने प्रेस नोट में बादल फटने की जानकारी दी है. बताया जा रहा है कि बादल फटने के बाद पहाड़ी से बड़ी मात्रा में पानी और मलबे का सैलाब आया. इस सैलाब में 72 साल की देवकी देवी पत्नी स्व. पूरन चंद्र उपाध्याय मलबे में दब गई, जिससे उनकी मौत हो गई.

पहाड़ी से पानी के सैलाब के साथ आया मलबा: पिथौरागढ़ एसपी रेखा यादव ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया. टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. संयुक्त टीम ने मलबे में फंसे शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी भेजा. मलबे के लगातार गिरने और बारिश के कारण रेस्क्यू कार्य में मुश्किलें आईं, लेकिन टीमों ने साहस और धैर्य का परिचय देते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया.

तीन लोगों ने भागकर बचाई जान: पहाड़ी से पानी के सैलाब के साथ आया मलबा जब घर में घुसा तो उस समय देवकी देवी के साथ उनका पोता प्रियांशु, बेटा मनोज चंद्र उपाध्याय और बहू चंद्रकला उपाध्याय भी मौजूद थे, जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई. लेकिन देवकी देवी भाग नहीं पाई और उनकी इस हादसे में मौत हो गई. इसके अलावा मकान के पास स्थित गोठ में बंधी दो गायें और दो बछड़े भी आपदा की भेंट चढ़ गए.

एसपी पिथौरागढ़ रेखा यादव ने बताया कि भारी बारिश की दृष्टिगत एसडीआरएफ, पुलिस और फायर बिग्रेड की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है. आपदा प्रबंधन की टीम ने भी 24 घंटे हालात पर निगरानी बनाई हुई है.

बता दें कि शुक्रवार को कुमाऊं मंडल के चंपावत जिले में भी बादल फटा है. यहां भी दो महिलाएं आपदा की भेंट चढ़ गई. वहीं दो लोगों को हल्की चोटें आई है. चंपावत में भी बादल फटने के बाद आपदा जैसे हालत बने हुए है.

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Last Updated : Sep 13, 2024, 10:51 PM IST
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