रांची: किसी संकट में फंसे व्यक्ति के लिए डायल 112 के जरिए पुलिस की मदद पाना बेहद आसान है. ऐसे में जरूरी है कि डायल 112 को लेकर हर व्यक्ति के पास जानकारी उपलब्ध हो. मंगलवार को झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने डायल 112 के रिस्पांस टाइम को बेहतर करने और हर व्यक्ति तक इसकी पहुंच को लेकर समीक्षा बैठक की. समीक्षा बैठक में डायल 112 को लेकर कई निर्देश जारी किए गए हैं.
डायल 112 को बेहतर बनाने की मिली जिम्मेदारी
मंगलवार को डीजीपी अनुराग गुप्ता ने डायल 112 के कार्यशैली को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि डायल 112 में प्राप्त होने वाले शिकायतों का निष्पादन कम से कम समय में करें. मदद मांगने वाले और सूचना देने वाले दोनों तरह के लोगों के लिए बेहतर रिस्पांस मिलना चाहिए. डायल 112 के जरिए मदद मांगने वाले लोगों तक तुरंत मदद पहुंचनी चाहिए. डीजीपी ने कहा कि इस काम में जो भी लोग लापरवाही बरतेंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि डीजीपी के द्वारा बहुत स्पष्ट शब्दों में यह निर्देश दिया गया है कि हर हाल में डायल 112 को बेहतरीन बनाना है. डीजीपी ने अधिकारियों को यह भी कहा कि यदि संसाधनों की कमी है तो इसकी सूची पुलिस मुख्यालय को सौंपी जाए, उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
सार्वजनिक स्थानों पर लगाए सूचना पट
समीक्षा बैठक के दौरान डीजीपी ने निर्देश दिया है कि झारखंड पुलिस के स्तर से सभी सार्वजनिक स्थानों, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, ऑटो, पब्लिक बसों सहित पार्क स्कूल-कॉलेज समेत जिस जगहों पर छात्र-छात्राओं का आगमन होता है, वहां डायल 112 को लेकर सूचना पट लगाया जाए. जिससे पीड़ित अभिलंब 112 पर सही समय पर सूचना दे सके.
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