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वायु स्वच्छता प्रबंधन के लिए बनेगा प्लान, अभी अलवर वायु प्रदूषण में प्रदेश में 42वें स्थान पर - AIR QUALITY OF ALWAR

वायु स्वच्छता प्रबंधन के लिए बनेगा प्लान. एक साल में रैंकिंग सुधारने के होंगे प्रयास. अभी अलवर वायु प्रदूषण में प्रदेश में 42वें स्थान पर.

अलवर की वायु गुणवत्ता
अलवर की वायु गुणवत्ता (ETV Bharat alwar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 14, 2024, 9:51 PM IST

अलवर : जिले में वायु की गुणवत्ता में सुधार कर वायु स्वच्छता में अलवर की रैंकिंग को अव्वल करने के लिए जिला प्रशासन प्लान तैयार कर अनुमोदन के लिए केन्द्र सरकार को भेजेगा. अभी वायु गुणवत्ता में अलवर की रैंकिंग प्रदेश के 43 शहरों में 42वीं है. अलवर की वायु गुणवत्ता में सुधार को लेकर सोमवार को अलवर के मिनी सचिवालय में जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई. इसमें दिल्ली से आए प्रदूषण नियंत्रण मंडल के निदेशक प्रशांत गार्गव ने भी विचार रखे.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने बताया कि जिले की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम व अथोरिटी फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट की समीक्षा बैठक की गई थी. इसमें केन्द्र से आए डायरेक्टर प्रशांत गार्गव ने प्रोग्राम का रिव्यू और अलवर का भ्रमण किया. उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में अलवर मे वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए मार्गदर्शन मिला. इससे अलवर के लिए वर्क प्लान बनाने में आसानी होगी. जिला कलेक्टर ने माना कि वायु गुणवत्ता में अलवर की रैंक अभी खराब है. प्रदेश के 43 शहरों में अलवर की रैंकिंग 42वीं है.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला (ETV Bharat alwar)

इसे भी पढ़ें- अलवर सहित एनसीआर में फिर बढ़ा प्रदूषण, ग्रेप की तीसरे चरण की पाबंदी लागू

आर्तिका शुक्ला ने बताया कि बैठक के बाद निर्णय किया कि अलवर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आगामी एक साल में किस तरह कार्य करना और किन एजेंसी के साथ काम करना है. उन्होंने बताया कि प्रशासन के साथ यूआईटी,नगर परिषद, पीडब्ल्यूडी, वन एवं यातायात पुलिस विभाग इस कार्य में सहयोग करेंगे. इसको लेकर प्लान बनाया गया है, जिसे आगामी एक सप्ताह में केन्द्र सरकार के पास भेजा जाएगा. वहां से प्लान का अनुमोदन होने के बाद अलवर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्य तेज कर दिया जाएगा.

ग्रेप की पाबंदियों की कराई जाएगी पालना : जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने कहा कि ग्रेप की पाबंदी दिल्ली की वायु गुणवत्ता के आधार पर लागू होती है. अलवर में भी ग्रेप वन जल्द लागू होने की संभावना है. इसको देखते हुए आज सभी विभागों को प्रशिक्षण दिलाया गया. ग्रेप वन में रोके जाने वाले कार्यों की जानकारी दी गई. उन्होंने आमजन से खुले में कचरा नहीं जलाने, वाहनों को प्रदूषण के नियमों के तहत चलाना, निर्माण कार्य स्थल पर प्रदूषण रोकने के उपाय करने सहित अन्य उपाय बताए गए.

दीपावली पर आतिशबाजी पर रहेगी रोक : जिला कलेक्टर ने कहा कि दीपावली पर आतिशबाजी पर नियमानुसार रोक लगाई जाएगी. उल्लेखनीय है कि एनसीआर में प्रदूषण की समस्या के चलते पिछले कई सालों से अलवर सहित पूरे एनसीआर में दीपावली पर पटाखे व आतिशबाजी चलाने पर रोक रहती है. इस बार भी दीपावली पर आतिशबाजी पर रोक रहेगी.

अलवर : जिले में वायु की गुणवत्ता में सुधार कर वायु स्वच्छता में अलवर की रैंकिंग को अव्वल करने के लिए जिला प्रशासन प्लान तैयार कर अनुमोदन के लिए केन्द्र सरकार को भेजेगा. अभी वायु गुणवत्ता में अलवर की रैंकिंग प्रदेश के 43 शहरों में 42वीं है. अलवर की वायु गुणवत्ता में सुधार को लेकर सोमवार को अलवर के मिनी सचिवालय में जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई. इसमें दिल्ली से आए प्रदूषण नियंत्रण मंडल के निदेशक प्रशांत गार्गव ने भी विचार रखे.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने बताया कि जिले की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम व अथोरिटी फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट की समीक्षा बैठक की गई थी. इसमें केन्द्र से आए डायरेक्टर प्रशांत गार्गव ने प्रोग्राम का रिव्यू और अलवर का भ्रमण किया. उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में अलवर मे वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए मार्गदर्शन मिला. इससे अलवर के लिए वर्क प्लान बनाने में आसानी होगी. जिला कलेक्टर ने माना कि वायु गुणवत्ता में अलवर की रैंक अभी खराब है. प्रदेश के 43 शहरों में अलवर की रैंकिंग 42वीं है.

जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला (ETV Bharat alwar)

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आर्तिका शुक्ला ने बताया कि बैठक के बाद निर्णय किया कि अलवर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आगामी एक साल में किस तरह कार्य करना और किन एजेंसी के साथ काम करना है. उन्होंने बताया कि प्रशासन के साथ यूआईटी,नगर परिषद, पीडब्ल्यूडी, वन एवं यातायात पुलिस विभाग इस कार्य में सहयोग करेंगे. इसको लेकर प्लान बनाया गया है, जिसे आगामी एक सप्ताह में केन्द्र सरकार के पास भेजा जाएगा. वहां से प्लान का अनुमोदन होने के बाद अलवर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्य तेज कर दिया जाएगा.

ग्रेप की पाबंदियों की कराई जाएगी पालना : जिला कलेक्टर आर्तिका शुक्ला ने कहा कि ग्रेप की पाबंदी दिल्ली की वायु गुणवत्ता के आधार पर लागू होती है. अलवर में भी ग्रेप वन जल्द लागू होने की संभावना है. इसको देखते हुए आज सभी विभागों को प्रशिक्षण दिलाया गया. ग्रेप वन में रोके जाने वाले कार्यों की जानकारी दी गई. उन्होंने आमजन से खुले में कचरा नहीं जलाने, वाहनों को प्रदूषण के नियमों के तहत चलाना, निर्माण कार्य स्थल पर प्रदूषण रोकने के उपाय करने सहित अन्य उपाय बताए गए.

दीपावली पर आतिशबाजी पर रहेगी रोक : जिला कलेक्टर ने कहा कि दीपावली पर आतिशबाजी पर नियमानुसार रोक लगाई जाएगी. उल्लेखनीय है कि एनसीआर में प्रदूषण की समस्या के चलते पिछले कई सालों से अलवर सहित पूरे एनसीआर में दीपावली पर पटाखे व आतिशबाजी चलाने पर रोक रहती है. इस बार भी दीपावली पर आतिशबाजी पर रोक रहेगी.

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