बारां : जिले के किशनगंज उपखंड इलाके में एक किसान के संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला सामने आया है. किसान ने आत्महत्या की है या फिर उसकी सदमे से या प्राकृतिक मौत हुई है, इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है. हालांकि, किसान नेताओं ने दावा किया है कि मृतक किसान की 16 बीघा की धान की फसल खराब हो गई थी, जिससे वह सदमे में चला गया या फिर उसने आत्महत्या कर ली. तबीयत बिगड़ने के बाद किसान को अचेत अवस्था में बारां जिला अस्पताल में ले जाया गया था, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
किशनगंज थाने के एसएचओ विनोद कुमार ने बताया कि किसान की मौत के संबंध में सूचना मिली है. मृतक रामनगर निवासी राम लखन मीणा है. किसान की मौत कैसे हुई और क्या कारण रहे, इस संबंध में जांच की रही है. परिजनों ने पुलिस को सूचना भी नहीं दी और शव का अंतिम संस्कार कर दिया है.
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किसान महापंचायत के प्रदेश संयोजक सत्यनारायण सिंह बालाखेड़ा का कहना है कि राम लखन मीणा 2 दिन से खेत पर नहीं जा पा रहे थे. मौसम खराब होने के चलते फसल की कटाई नहीं हो पा रही थी. आज वह मजदूरों को लेकर धान की फसल कटाई के लिए खेत पर गया था. वहां पर पूरी फसल आड़ी और खराब पड़ी थी. फसल का भारी नुकसान उन्हें हो गया था. संभवत: इसके चलते ही उन्हें सदमा लगा है या फिर उन्होंने सुसाइड किया है.
लाखों का कर्ज : रामनगर गांव निवासी रमेश मीणा का कहना है कि राम लखन मीणा के दो बेटियां और एक बेटा है. ये तीनों कोटा ही पढ़ाई कर रहे थे. हाल ही में वह एक नया ट्रैक्टर भी लेकर आए था. उसका ट्रैक्टर का ही 7 से 8 लाख रुपए बकाया होगा. दूसरी तरफ 2 लाख के आसपास उसका किसान क्रेडिट कार्ड का बकाया है. ऐसे में उस पर करीब 10 लाख से ज्यादा का कर्ज का अंदेशा जताया जा रहा है.