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गौला बैराज से छोड़ा गया 80 हजार क्यूसेक पानी, मैदानी इलाकों में आई 'आफत', देखिये ग्राउंड रिपोर्ट - Rain in Kumaon - RAIN IN KUMAON

Rain in Kumaon,Water released from Gaula Barrage गौला बैराज से 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसके कारण मैदानी इलाकों में भू कटाव की स्थिति पैदा हो गई है. इसके साथ ही किसानों को अपनी जमीन जाने की भी डर सता रहा है.

RAIN IN KUMAON
गौला बैराज से छोड़ा गया 80 हजार क्यूसेक पानी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 13, 2024, 8:04 PM IST

Updated : Sep 13, 2024, 8:13 PM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल में पिछले 48 घंटे से भरी बरसात हो रही है. भारी बरसात के चलते नदी नाले उफान पर हैं. पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं. भारी बारिश के चलते काठगोदाम स्थित गौला बैराज और गौला नदी पर बने पुल को खतरा पैदा हो गया है. जिसके बाद सिंचाई विभाग ने गौला बैराज डैम से सिंचाई विभाग ने 80 हजार क्यूसेक पानी को गौला नदी में डिस्चार्ज किया है.

गौला बैराज से छोड़ा गया 80 हजार क्यूसेक पानी (ETV BHARAT)

बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद तराई के कई इलाकों में खतरा पैदा हो गया है. बैराज से पानी छोड़ जाने के बाद गौला नदी का जलस्तर लगातार बढ़ गया है. नदी ने अपना रुख ग्रामीण इलाकों की ओर कर दिया है. जिसके चलते कई इलाकों में भू कटाव की स्थिति पैदा हो गई. हल्दूचौड़ , बिन्दुखत्ता,खुरिया खत्ता,शांतिपुरी इलाकों में ग्रामीण इलाकों को खतरा पैदा हो गया है. जिला प्रशासन लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है.

सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई बताया नदी में जलस्तर बढ़ रहा है. जिसके चलते गौला पुल को भी खतरे की संभावना है. जिसको देखते हुए पुल को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है. इसके अलावा बैराज में अधिक मात्रा में पानी होने के चलते पानी को डिस्चार्ज किया गया है. गौला नदी किसानों की कई एकड़ भूमि को भी अपने आगोश में ले लिया. भू कटाव लगातार जारी है. लोगों का कहना है कि बरसात में नदी हर साल इसी तरह से तबाही मचाती है. जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान होता है. सिंचाई विभाग भूकटाव रोकने के लिए तटबंध तो बनता है, लेकिन पानी के बहाव में तटबंध भी बह कर नदी में चला जाता है.

पढे़ं- उत्तराखंड में आफत की बारिश, 300 के करीब सड़कें बंद, बेहाल कुमाऊं, टनकपुर में SDRF की तैनाती - Rain in Uttarakhand

हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल में पिछले 48 घंटे से भरी बरसात हो रही है. भारी बरसात के चलते नदी नाले उफान पर हैं. पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं. भारी बारिश के चलते काठगोदाम स्थित गौला बैराज और गौला नदी पर बने पुल को खतरा पैदा हो गया है. जिसके बाद सिंचाई विभाग ने गौला बैराज डैम से सिंचाई विभाग ने 80 हजार क्यूसेक पानी को गौला नदी में डिस्चार्ज किया है.

गौला बैराज से छोड़ा गया 80 हजार क्यूसेक पानी (ETV BHARAT)

बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद तराई के कई इलाकों में खतरा पैदा हो गया है. बैराज से पानी छोड़ जाने के बाद गौला नदी का जलस्तर लगातार बढ़ गया है. नदी ने अपना रुख ग्रामीण इलाकों की ओर कर दिया है. जिसके चलते कई इलाकों में भू कटाव की स्थिति पैदा हो गई. हल्दूचौड़ , बिन्दुखत्ता,खुरिया खत्ता,शांतिपुरी इलाकों में ग्रामीण इलाकों को खतरा पैदा हो गया है. जिला प्रशासन लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है.

सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई बताया नदी में जलस्तर बढ़ रहा है. जिसके चलते गौला पुल को भी खतरे की संभावना है. जिसको देखते हुए पुल को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है. इसके अलावा बैराज में अधिक मात्रा में पानी होने के चलते पानी को डिस्चार्ज किया गया है. गौला नदी किसानों की कई एकड़ भूमि को भी अपने आगोश में ले लिया. भू कटाव लगातार जारी है. लोगों का कहना है कि बरसात में नदी हर साल इसी तरह से तबाही मचाती है. जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान होता है. सिंचाई विभाग भूकटाव रोकने के लिए तटबंध तो बनता है, लेकिन पानी के बहाव में तटबंध भी बह कर नदी में चला जाता है.

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Last Updated : Sep 13, 2024, 8:13 PM IST
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