हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल में पिछले 48 घंटे से भरी बरसात हो रही है. भारी बरसात के चलते नदी नाले उफान पर हैं. पहाड़ों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं. भारी बारिश के चलते काठगोदाम स्थित गौला बैराज और गौला नदी पर बने पुल को खतरा पैदा हो गया है. जिसके बाद सिंचाई विभाग ने गौला बैराज डैम से सिंचाई विभाग ने 80 हजार क्यूसेक पानी को गौला नदी में डिस्चार्ज किया है.
बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद तराई के कई इलाकों में खतरा पैदा हो गया है. बैराज से पानी छोड़ जाने के बाद गौला नदी का जलस्तर लगातार बढ़ गया है. नदी ने अपना रुख ग्रामीण इलाकों की ओर कर दिया है. जिसके चलते कई इलाकों में भू कटाव की स्थिति पैदा हो गई. हल्दूचौड़ , बिन्दुखत्ता,खुरिया खत्ता,शांतिपुरी इलाकों में ग्रामीण इलाकों को खतरा पैदा हो गया है. जिला प्रशासन लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है.
सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई बताया नदी में जलस्तर बढ़ रहा है. जिसके चलते गौला पुल को भी खतरे की संभावना है. जिसको देखते हुए पुल को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है. इसके अलावा बैराज में अधिक मात्रा में पानी होने के चलते पानी को डिस्चार्ज किया गया है. गौला नदी किसानों की कई एकड़ भूमि को भी अपने आगोश में ले लिया. भू कटाव लगातार जारी है. लोगों का कहना है कि बरसात में नदी हर साल इसी तरह से तबाही मचाती है. जिसके चलते किसानों को भारी नुकसान होता है. सिंचाई विभाग भूकटाव रोकने के लिए तटबंध तो बनता है, लेकिन पानी के बहाव में तटबंध भी बह कर नदी में चला जाता है.