धौलपुर: जिले के राजाखेड़ा कस्बे में 7 साल के बच्चे की झोलाछाप चिकित्सक के इंजेक्शन लगाने बाद मौत हो गई. लेकिन चिकित्सक ने इस मामले की परिजनों को भनक नहीं लगने दी. बच्चे को झोलाछाप, उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के किसी कस्बे में ले गया था. परिजन ढूंढते-ढूंढते चिकित्सक के पास पहुंच गए. परिजन बच्चे की डेड बॉडी को लेकर एसपी ऑफिस पहुंचे. एसपी के आदेश पर झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
बच्चे के पिता उपेंद्र सिंह पुत्र कालीचरण निवासी राजाखेड़ा ने आरोप लगाया कि उसके दो बच्चों की तबीयत खराब हुई थी. 7 वर्षीय बेटे को ज्यादा खांसी होने के कारण झोलाछाप चिकित्सक के पास उपचार कराने ले गया था. झोलाछाप चिकित्सक ने बच्चे को हैवी डोज का इंजेक्शन लगा दिया. जिससे बच्चे का थोड़ी देर बाद ही यूरिन एवं मल निकल गया. बच्चे की स्थिति ज्यादा बिगड़ गई और बेहोश हो गया. इसके बाद झोलाछाप चिकित्सक बच्चे को उपचार कराने के लिए उत्तर प्रदेश के दिगनेश रोड पर ले गया. जहां परिजन भी पीछा करते हुए पहुंच गए. झोलाछाप को परिजनों ने पकड़ लिया.
बच्चे की डेड बॉडी एवं झोलाझाप को साथ लेकर परिजन राजाखेड़ा लौटे. इसके बाद परिजन बच्चों की डेड बॉडी को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय धौलपुर पहुंच गए. पूरे घटनाक्रम से पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया. पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने मामले की गंभीरता को देख तुरंत मुकदमा करने के निर्देश दिए. एसपी ऑफिस में तैनात उपनिरीक्षक विजेंद्र सिंह को मामले की जांच सौंपी गई है. डेड बॉडी का पोस्टमार्टम करा दिया गया है. उपनिरीक्षक ने बताया आरोपी झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.