पटना: बिहार में इन दिनों डेंगू के मामले बढ़े हुए हैं. बीते 24 घंटे में बिहार में डेंगू के 55 नए मामले सामने आए हैं, जिसमें अकेले पटना में 27 मामले मिले हैं. पटना के 27 मामले में 13 मामले अजीमाबाद आंचल में मिले हैं और पांच-पांच मामले कंकड़बाग और बांकीपुर अंचल के हैं. शनिवार को पटना में डेंगू से दो मरीजों की मौत दर्ज की गई है और प्रदेश में डेंगू से मरने वालों की संख्या 5 हो गई है.
प्रदेश में अब तक डेंगू के 1123 मामले: प्रदेश के सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में 45 से अधिक डेंगू मरीज एडमिट है, जिनका इलाज चल रहा है. प्रदेश में अब तक डेंगू के 1123 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं अगर पटना की बात करें तो पटना में अब तक 523 डेंगू के मामले मिल हैं. बीते 24 घंटे में प्रदेश में मिले 55 डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट में पांच मामले समस्तीपुर में मिले हैं और चार मामले सारण में मिले हैं.
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— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) September 7, 2024
इन जिलों में भी जारी है डेंगू का कहर: बता दें कि मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान, पश्चिमी चंपारण जैसे जिले भी डेंगू की चपेट में है. पटना में अभी के समय वायरल फ्लू के मामले काफी बढ़े हुए हैं. इनमें से जांच में 10-15% मामले में डेंगू निकल रहे हैं. हालांकि पटना नगर निगम डेंगू की रोकथाम के लिए एंटी लार्वा छिड़काव और फॉगिंग के दावे कर रहा है, लेकिन लोगों को कहना है कि यह सिर्फ दिखावा है और इसमें उदासीनता बरती जा रही है.
मच्छरदानी लगाने की सलाह: जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर सुभाष चंद्र प्रसाद ने डेंगू संक्रमित इलाके में लोगों को मच्छरदानी लगाकर सोने की अपील की है. इसके अलावा मच्छरों के काटने से बचने के लिए मॉस्किटो रेपेलेंट लगाने, आसपास पानी जमा है तो उसमें किरसन तेल और अन्य रसायन का छिड़काव करने की सलाह दी गई है. अपने घर के आसपास साफ पानी का जमाव नहीं होने दें. मौसम में कूलर में पानी नहीं रखें और फ्रिज के पीछे भी नियमित रूप से चेक करते रहे कि कहीं पानी तो नहीं जमा हो रहा है.
"अगर आप डेंगू संक्रमित हो गए हैं तो प्रचुर मात्रा में पानी पिए और शरीर को हाइड्रेटेड रखें. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी न होने दें. अगर डेंगू से परेशानी बढ़ रही है तो सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में एडमिट हो जाएं. एनएमसीएच में 55 बेड का डेंगू वार्ड तैयार किया गया है और इलाज की सभी सुविधाएं मौजूद हैं."-डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद, जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी