नई दिल्ली: दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक बसों की संख्या में लगातार इजाफा कर रही है. 500 और इलेक्ट्रिक बसें फरवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली के सड़कों पर उतारने की तैयारी है. दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2025 तक दिल्ली सड़कों पर मौजूद बसों में 80 प्रतिशत बसें इलेक्ट्रिक की जाएं. इसके तहत डीटीसी और क्लस्टर योजना के तहत चल रही बसों को इलेक्ट्रिफाइड करने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है. जैसे-जैसे डिपो इलेक्ट्रिफाइड होते जाएंगे वैसे ही इलेक्ट्रिक बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.
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दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग की ओर से बढ़ती इलेक्ट्रिक बसों की संख्या को देखते हुए ईस्ट विनोद नगर, गाजीपुर और शादीपुर बस डिपो को इलेक्ट्रिफाइड करने के लिए टेंडर जारी किया जा चुका है. टेंडर होने के बाद बस डिपो को इलेक्ट्रिक फाइट करने का काम तेजी से किया जाएगा. दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ई-बसों के रखरखाव और उन्हें चार्ज करने के ढांचागत विकास पर जोर दिया जा रहा है.
इसके लिए लगातार काम किया जा रहा है. करीब सात करोड़ की लागत में तीन बस डिपो ईस्ट विनोद नगर, गाजीपुर और शादीपुर बस डिपो को इलेक्ट्रिफाइड किया जाएगा. कई बस डिपो इलेक्ट्रिफाइड हो चुके हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक ने वर्तमान में डीटीसी और क्लस्टर बसों को मिलाकर सात हजार बसें हैं. इन पुरानी हो चुकी सीएनजी की बसों को हटा कर ई-बसे आएंगी.
जल्द सड़क पर उतरेंगी 500 इलेक्ट्रिक बसें
अभी दिल्ली की सड़कों पर 1300 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक फरवरी के पहले सप्ताह में दिल्ली सरकार 500 और इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी देगी इसके बाद दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा 1800 हो जाएगा. इलेक्ट्रिक बसें के संचालन से ध्वनि और वायु प्रदूषण नहीं होता है.
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