बाड़मेर : राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (आरजेएस) परीक्षा परिणाम में बाड़मेर जिले के पांच होनहारों का चयन हुआ है. जिले के चौहटन निवासी वैभव गढ़वीर ने पहले प्रयास में सफलता हासिल की है. मंगलवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मेघवाल समाज के लोगों ने वैभव गढ़वीर को फूल माला पहनाकर स्वागत किया.
वैभव गढ़वीर ने बताया कि उन्होंने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर से 2022 में वकालत की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद एलएलएम के साथ आरजेएस की तैयारी शुरू की. वैभव ने पूरे राज्य में 209वीं रैंक हासिल की है. पिता डॉ. शंभूराम गढ़वीर और माता ममता गढ़वीर गृहिणी हैं. उन्होंने बताया कि रोजाना नियमित कई घंटे पढ़ाई करने के बाद इस सफलता को हासिल किया. वैभव के माता-पिता ने बताया कि पहले प्रयास में वैभव को सफलता मिली है. इस बात की हमें भी है खुशी है. शुरू से ही वैभव पढ़ाई में होशियार था.
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नियमित पढ़ाई से मिली सफलता : इसी तरह पहले प्रयास में सफल होकर 15वीं रैंक हासिल करने वाले हितेन जोशी ने बताया कि घर में शुरू से ही वकालत का माहौल है. दादा धनराज जोशी पिछले 60 साल से वकालत कर रहे हैं. पिता भी न्यायधीश पद से रिटायर्ड हैं. भाई और माता का भी पूरा सहयोग रहा. नियमित पढ़ाई को जारी रखते हुए इस परिणाम को हासिल किया. 30वी रैंक हासिल करने वाली महक सिंघवी के मुताबिक बिना कोचिंग के उसने यह सफलता हासिल की है. शुरू से ही पढ़ाई के प्रति बेहद रूचि थी, जिसके चलते ही सफलता मिली है. परिणाम जारी होने के बाद से ही लगातार बधाइयां मिल रही हैं. इसी तरह जिले के अभिनंदन ने 29वीं रैंक हासिल की है. इसी प्रकार निकिता जैन ने 117वीं रैंक हासिल की है. निकिता के मुताबिक उन्होंने एलएलबी में टीचरों की गाइडेंस और सेल्फ स्टडी के साथ लगातार पढ़ाई जारी रखी और उनकी सफलता में माता-पिता का भी पूरा सहयोग रहा.