लखनऊः दीपावली पर यात्रियों को घर पहुंचने में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इसे लेकर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम दीपावली स्पेशल बसों का संचालन करेगा. परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह के निर्देश के बाद इसकी तैयारी शुरू हो गई है. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि दीपावली पर 4000 अतिरिक्त बसें परिवहन निगम की तरफ से संचालित किए जाने का प्लान है. इसके बाद यात्रियों की डिमांड के मुताबिक अगर बसों की आवश्यकता पड़ती है तो संबंधित रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
मासूम अली सरवर ने बताया कि दीपावली पर देश के विभिन्न राज्यों में रहने वाले लोग अपने घरों को त्यौहार मनाने के लिए आते हैं. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम हर साल यात्रियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन करता है. इस बार भी दीपावली में यात्रियों की उपलब्धता को देखते हुए दिल्ली से लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, अयोध्या के लिए अतिरिक्त लगभग 4000 बसें परिवहन निगम ने संचालित करने की योजना बनाई है. अन्य रूटों पर भी परिवहन निगम की बसें संचालित की जाएंगी.
दिल्ली रूट पर अधिक बसे चलेंगीः दिल्ली से आने वालों की संख्या ज्यादा होती है और वह लखनऊ कानपुर जैसे शहरों के लिए यात्रा करते हैं. इसलिए इस रूट पर सबसे ज्यादा बसों का संचालन किया जाएगा. दीपावली 4000 बसें अतिरिक्त चलेंगी. जबकि वर्तमान में करीब 11000 बसें संचालित हो रही हैं, इनका संचालन भी जारी रहेगा. परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने बताया कि प्रदेश के सभी 20 रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देशित किया गया है कि वह बसों को पूरी तरह दुरुस्त करा लें. सेवा प्रबंधक और फोरमैन कार्यशाला में बसों का मेंटेनेंस कर लें, जिससे बीच राह बसें खराब न हों और यात्रियों को कोई परेशानी न होने पाए.
बस चलाने पर हर दिन मिलेंगे अतिरिक्त 350 रुपये: उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने दीपावली और छठ पर्व पर 29 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक रोडवेज के चालक परिचालकों के लिए प्रोत्साहन राशि की घोषणा की है. इस अवधि में बस संचालन करने पर प्रतिदिन 350 रुपए अतिरिक्त मिलेंगे. परिवहन मंत्री ने प्रोत्साहन अवधि में निगम बसों को शतप्रतिशत ऑनरोड करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि बसों की असेम्बलीज व स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता भी परिवहन निगम के अधिकारी सुनिश्चित करा लें. किसी भी दशा में अनफिट बसों का संचालन न किया जाए. इस अवधि में अतिविशिष्ट परिस्थितियों को छोड़कर अधिकारियों/कार्मिकों का अवकाश स्वीकृत न किया जाए. अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी रोस्टर पद्धति से लगाया जाए. इसके साथ ही वाहन मालिक को सूचित कर दिया जाए कि अनुबन्ध पर लगी बसों का मरम्मत कराकर संचालन के लिए सुनिश्चित कराएं. इसके साथ ही प्रवर्तन दल क्षेत्रों में निकल कर जांच करें. सभी चालकों और परिचालकों का ब्रेथ एनेलाइजर टेस्ट किया जाए, जिससे कि सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित किया जा सके.
एकमुश्त भुगतान होगाः परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने आश्वस्त किया कि परिवहन मंत्री के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रोत्साहन अवधि में नियमित, संविदा और आउटसोर्स ड्राइवर-कंडक्टर 12 दिनों तक निर्धारित औसत 300 किमी. प्रतिदिन का बस का संचालन करते हैं तो 350 रुपये प्रति दिन की दर से एकमुश्त 4200 रुपये का विशेष प्रोत्साहन का भुगतान किया जायेगा. अगर 13 दिन की पूर्ण प्रोत्साहन अवधि तक कुल ड्यूटी करते हैं और मानक पूर्ण करते हैं तो 400 रुपये प्रति दिन की दर से प्रोत्साहन राशि देय होगी. कुल 5200 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. निर्धारित मानक से अधिक किमी चलाने पर 55 पैसे प्रति किमी. की दर अतिरिक्त मानदेय दिया जायेगा.
क्षेत्रीय प्रबन्धकों को मिलेंगे 10 हजारः प्रबंध निदेशक ने बताया कि प्रोत्साहन अवधि में 13 दिन लगातार ड्यूटी करने वाले डिपो कार्यशाला एवं क्षेत्रीय कार्यशाला में कार्यरत कार्मिंकों, जिसमें निगम के सीधे आबद्ध आउटसोर्स कार्मिक भी शामिल होंगे. इन्हें भी एकमुश्त 2100 रुपये और 12 दिन ड्यूटी करने वाले कार्मिकों को एकमुश्त 1800 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. इसके अलावा सभी क्षेत्रीय प्रबन्धकों को 10,000 रुपये और सेवा प्रबंधकों को 5,000 रुपये दिये जायेंगे. जिसका वितरण क्षेत्रीय समिति की संस्तुति उत्कृष्ट कार्य करने वाले क्षेत्रीय कर्मचारियों/उपाधिकारियों में करेंगे. सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक 50 रुपये प्रति निगम और अनुबंधित बस के आधार पर डिपो के उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों और उपाधिकारियों को वितरित करेंगे. लिपिकीय/उपाधिकारी के संवर्ग के कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के लिए 50 बसों तक के बेड़े वाले डिपो को 5,000 रुपये प्रति डिपो, 51 से 100 तक बेड़े वाले डिपो को 15,000 रुपये स्वीकृत हैं. जिसका वितरण नियमित रूप से प्रोत्साहन अवधि में उपस्थित रहने वाले कार्मिकों के बीच सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक करेंगे. इस अवधि में प्रोत्साहन की अन्य योजनाएं भी लागू रहेंगी.