कुल्लू: जिला कुल्लू की पार्वती घाटी के मलाणा जल विद्युत परियोजना में बादल फटने के बाद यहां फंसे चार कर्मचारियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. शुक्रवार सुबह एनडीआरएफ की टीम के साथ होमगार्ड के बचाव दल और छापेराम नेगी की अगुवाई वाला एक निजी बचाव दल मलाणा टनल के पास पहुंचा और टनल में फंसे चारों लोगों को सुरक्षित नीचे उतारा.
बुधवार रात से टनल में फंसे थे कर्मचारी
बता दें कि चारों कर्मचारी 31 जुलाई रात 10:00 बजे से यहां फंसे हुए थे. हालांकि 1 अगस्त को एनडीआरएफ की टीम रवाना हुई थी, लेकिन घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई थी. कुल्लू जिले में भारी बारिश के चलते मलाणा पावर प्रोजेक्ट के बैराज में फंसे हुए चार कर्मचारियों को निकालने के लिए आज सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा था. जो सफलतापूर्वक के संपन्न हो गया है. एनडीआरएफ, हिमाचल होमगार्ड की टीम, अभिमास (अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान) मनाली की टीम और स्थानीय लोगों की मदद से फंसे हुए सभी चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
सभी कर्मचारी सुरक्षित
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं एडीएम कुल्लू अश्वनी कुमार ने बताया कि मलाणा डैम की टनल में सौरभ शर्मा, विजय कुमार, विशाल, और डोला सिंह बुधवार रात को फंस गए थे. जिन्हें रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है. सभी कर्मचारी अब सुरक्षित हैं.
बुधवार रात को फटा था बादल
गौरतलब है कि 31 जुलाई, बुधवार रात को मलाणा में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. जहां एक ओर मलाणा में नदी-नालों और पार्वती नदी में बाढ़ आ गई. वहीं, मलाणा डैम भी क्षतिग्रस्त हुआ है. इसके अलावा प्रदेशभर में बुधवार रात को भारी बारिश के साथ 5 जगह बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं.
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